मुसाबनी. मुसाबनी नंबर तीन स्थित यूनियन कार्यालय परिसर में रविवार को मुसाबनी माइंस इंप्लाइज यूनियन के सलाहकार पीटर दास की अध्यक्षता में मृत ठेका मजदूरों के आश्रित और वीआरएस लेने वाले कर्मचारी के नॉमिनियों की बैठक हुई. यहां आश्रितों ने कहा कि माइंस बंदी के दौरान आर्थिक परेशानी के कारण समय पर उचित इलाज के अभाव में तीन दर्जन से अधिक ठेका मजदूरों की असमय मौत हो गयी. इन मजदूरों के परिवारों की हालत बदहाल है. प्रबंधन ने आज तक उक्त परिवारों की सुधि नहीं ली. सुरदा माइंस व कंसंट्रेटर संयंत्र में उनके आश्रितों को रोजगार नहीं दिया गया है. कई आश्रित आइटीआइ व डिप्लोमा धारी हैं. इससे आश्रितों में आक्रोश है. वीआरएस लेने वाले मजदूरों ने नॉमिनियों को रोजगार देने की मांग की. बैठक में कहा गया कि जीरो किमी के नॉमिनियों की उपेक्षा की जा रही है. बैठक में मांग रखी गयी कि प्रत्येक परिवार से एक व्यक्ति को रोजगार देने के साथ मृत मजदूरों के आश्रित को माइंस व प्लांट में ठेका मजदूर के रूप में रोजगार मुहैया कराया जाये, अन्यथा मजदूरों के आश्रित व नॉमिनी रोजगार की मांग को लेकर कंपनी के अयस्क परिवहन को रोकने का आंदोलन चलायेंगे.
बैठक में रंजीत दास, बृहस्पति दास, छोटे राय बेसरा, उज्ज्वल देहरी, सुरेंद्र पांडे, विक्रम मुर्मू, जयसिंह मुर्मू समेत कई मृत मजदूरों के विधवा एवं बच्चे उपस्थित थे.बागजाता माइंस : कार्य बहिष्कार वापस, छुट्टी को लेकर आंदोलन जारी रखेंगे ठेका मजदूर
मुसाबनी के फूलझरी बाकड़ा शंख नदी पुलिया के समीप रविवार को बागजाता माइंस के ठेका मजदूरों की बैठक हुई. इसकी अध्यक्षता सिंहभूम ठेकेदार मजदूर संघ बागजाता के अध्यक्ष रुपाय हांसदा ने की. बीते 27 फरवरी को अनुमंडल कार्यालय में ठेका मजदूरों की 10 सूत्री मांगों को लेकर हुई त्रिपक्षीय वार्ता के निर्णय पर चर्चा की गयी. बैठक में कहा गया कि त्रिपक्षीय वार्ता के परिणाम से ठेका मजदूर संतुष्ट नहीं हैं. मजदूरों की छुट्टी को लेकर आंदोलन को जारी रखने का निर्णय लिया गया. सर्वसम्मति से निर्णय हुआ कि सोमवार की सुबह पाली से बागजाता माइंस के ठेका मजदूर माइंस में ड्यूटी में योगदान करेंगे. रुपाय हांसदा ने कहा कि राष्ट्रीय अवकाश समेत अन्य छुट्टी को लेकर ठेका मजदूरों की लड़ाई जारी रहेगी. ठेका मजदूरों ने कार्य बहिष्कार के निर्णय को वापस लिया है. उन्होंने कहा कि 20 वर्षों से ठेका मजदूरों को छुट्टी का लाभ मिलता रहा था. अब ठेका कंपनी की ओर से टेंडर में छुट्टी नहीं होने की बात कहकर छुट्टी के लाभ से वंचित किया जा रहा है. इसका विरोध ठेका मजदूर करते हैं. बैठक में गणेश कर्मकार, राजेंद्र कईबरत, राम माडी, हरिपद भकत समेत कई ठेका मजदूरों ने भाग लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है