धालभूमगढ़. धालभूमगढ़ प्रखंड में 15 दिनों से चल रहे विकसित कृषि संकल्प अभियान का समापन मोहलीशोल पंचायत में हुआ. अभियान में कृषि विश्वविद्यालय एवं कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने किसानों से संवाद कर कृषि की नयी तकनीक की जानकारी दी. खेतों में उर्वरक डालने के तरीके, कीटनाशक दवा का छिड़काव एवं नयी तकनीक से उपज बढ़ाने की विधि के बारे में जानकारी दी. इस दौरान वैज्ञानिकों ने मोहलीशोल पंचायत में ड्रोन से खेतों में दवा के छिड़काव का प्रदर्शन भी किया. प्रखंड प्रभारी कृषि पदाधिकारी पीयूष कुमार मंडल ने बताया कि वैज्ञानिकों ने कम समय में बिचड़े तैयार करने एवं उपज बढ़ाने के साथ-साथ ग्राफ्टिंग पद्धति से एक ही पौधे में कई किस्म के आम की उपज के बारे में भी जानकारी दी. इस अभियान से किसानों को अपनी उपज बढ़ाने एवं नयी तकनीक को अपनाने में मदद मिलेगी.
सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं किसान :
उन्होंने बताया कि जिले के जमशेदपुर, घाटशिला, मुसाबनी एवं धालभूमगढ़ प्रखंड के 135 गांव के किसानों के साथ बिरसा कृषि विश्वविद्यालय रांची, आइसीएआर रांची, कृषि विज्ञान केंद्र दारीसाई एवं संबंधित प्रखंड की कृषि विभाग की टीम द्वारा सीधा संवाद किया गया. किसानों को फसल उत्पादन की नयी तकनीक की जानकारी, कृषि एवं किसानों की कल्याण के लिए सरकारी योजनाओं की जानकारी, किसानों के सवालों का जवाब दिया गया. नये कृषि यंत्र ड्रोन स्प्रे मशीन को प्रदर्शित कर दिखाया गया. पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में जिला कृषि पदाधिकारी विवेक बिरुआ, कृषि वैज्ञानिक डॉ भूषण प्रसाद, डॉ कृष्णा बाड़ा एवं प्रखंड कृषि टीम एवं जनप्रतिनिधियों का योगदान रहा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है