गालूडीह. सुवर्णरेखा परियोजना के अभियंता प्रमुख (झारखंड) मोतीलाल पिंगुआ और चांडिल कॉम्प्लेक्स के मुख्य अभियंता राम निवास प्रसाद ने शनिवार को गालूडीह बराज व दायीं नहर का निरीक्षण किया. इसके बाद बराज डिवीजन कार्यालय में अभियंताओं के साथ समीक्षा बैठक की. इसमें सभी डिवीजन के कार्यपालक, सहायक अभियंता उपस्थित रहे. बराज की पश्चिम दिशा में डूब क्षेत्र को बचाने के लिए बन रहे एफ्लेक्स बांध (तटबंध) का निरीक्षण किया. मौके पर गालूडीह बराज डिवीजन के अधीक्षण अभियंता विजय कुमार भकत भी उपस्थित थे. समीक्षा बैठक में कार्य की प्रगति, गुणवत्ता और टाइम बांड काम को पूरा करने पर जोर दिया गया. मुख्य अभियंता राम निवास प्रसाद ने बताया कि अभी लगातार बारिश से बराज की स्थिति की समीक्षा की गयी. यहां 18 गेट लगे हैं, जिसमें जल स्तर को बढ़ने पर गेट खोलकर पानी नदी में बहाया जाता है. इसी बराज से दायीं नहर में पानी छोड़ा जाता है. इससे ओडिशा को पानी दिया जाता है. दायीं नहर में पानी छोड़ा गया था. लगातार बारिश के कारण ओडिशा ने पानी छोड़ने से अभी मना किया, तो बंद किया गया. जब ओडिशा फिर मांग करेगा, तो पानी छोड़ा जायेगा. डैबराज और दायीं नहर की स्थिति पर लगातार नजर रखने की बात अभियंताओं से कही. बन रही बायीं नहर के प्रगति पर चर्चा की गयी. तीन किमी पर जो अड़चनें हैं, उसे निपटाने का निर्देश दिया गया. गालूडीह से बहरागोड़ा तक बायीं नहर भी पूर्ण हो सके. इससे झारखंड के किसानों को पानी मिल सकेगा. काफी देर तक दोनों पदाधिकारी गालूडीह में रुके और पूरी स्थिति की अध्ययन किया.
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