गालूडीह. घुटिया स्थित बीए कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में शनिवार को “सेल्फ-वेलनेस ” (आत्म कल्याण) विषय पर कार्यशाला हुई. इसका उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों को मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक रूप से संतुलित जीवन जीने के लिए प्रेरित करना रहा. मुख्य वक्ता अंशु मालिनी (हैप्पीनेस कोच एवं सेल्फ-वेलनेस प्रैक्टिशनर हैं) ने सहज और सरल भाषा में आत्म-कल्याण की पहलुओं पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि आज रफ्तार भरी जिंदगी में लोग खुद को भूल रहे हैं. यही मानसिक थकावट, चिंता और असंतुलन का कारण है. उन्होंने अपने भीतर झांकने, भावनाओं को समझने और अपने मन की बातों को स्वीकार करने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने प्रतिभागियों से कहा कि स्वस्थ शरीर के साथ एक शांत मन जरूरी है. जब आप अपने भीतर सुकून महसूस करते हैं, तभी आप बाहर की चुनौतियों का सामना आत्मविश्वास से कर सकते हैं.
उन्होंने जीवन की छोटी-छोटी बातों में खुशियां ढूंढने और हर परिस्थिति में आभार व्यक्त करने की कला को जीवन में उतारने पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि हमारी ऊर्जा वहीं जाती है, जहां हमारा ध्यान होता है. अपने विचारों को सुंदर और सकारात्मक बनायें.छात्रों को संतुलित जीवन जीने की प्रेरणा दी
कॉलेज के चेयरमैन डॉ एसके सिंह ने मार्ग दर्शक विचार साझा किया. उन्होंने कहा कि छात्रों के समग्र विकास के लिए मानसिक और भावनात्मक सशक्तीकरण आवश्यक है. कॉलेज की प्राचार्या डॉ प्रत्यांचा प्रसाद ने छात्रों को संतुलित जीवन जीने की प्रेरणा दी. कार्यक्रम का संचालन मैकेनिकल विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर मनोरमा सिंह ने किया. धन्यवाद ज्ञापन इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर इनामुल हक ने किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है