गालूडीह. दारीसाई क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र परिसर में गुरुवार दोपहर में अचानक आग लग गयी. अगलगी में सैकड़ों छोटे-छोटे पौधे जलकर नष्ट हो गये. आग लगने के बाद केंद्र के वैज्ञानिकों द्वारा इसकी सूचना अग्निशमन विभाग को दी गयी. इधर आग देखकर आसपास खेतों में काम कर रहे मजदूरों ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया, पर हवा चलने के कारण आग देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर ली. अग्निशमन विभाग की गाड़ी पहुंचने से पहले ही मजदूरों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया. केंद्र के वैज्ञानिकों ने बताया कि आग कैसे लगी इसकी जानकारी किसी के पास नहीं है. अनुमान लगाया जा रहा है कि झाड़ियों के पास किसी व्यक्ति द्वारा बीड़ी या सिगरेट पीकर फेंक दिया गया होगा. इसी से चिंगारी भड़की और पूरे क्षेत्र में फैल गयी. आग लगने से कृषि वैज्ञानिकों द्वारा अनुसंधान के लिए लगाये गये कई पौधे झुलस कर बर्बाद हो गये.
खेतों तक पहुंची आग
क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र में लगी आग धीरे-धीरे खेतों तक पहुंच गयी. आग से दारीसाई गांव निवासी किसान बाबूलाल सिंह की सब्जी के पौधे झुलस गये. पीड़ित किसान ने बताया कि दो खेत में लौकी, भिंडी, करेला, बैगन और मिर्चा के पौधे लगाये थे. काफी मेहनत के बाद पानी ढोकर पौधों को तैयार किया था. उन्होंने कहा कि आग कैसे लगी इसका पता नहीं. तेज हवा से देखते ही देखते आग खेत के चारों ओर फैल गयी. काफी प्रयास के बाद भी पौधे को बचा नहीं पाये. पीड़ित ने घाटशिला के बीडीओ से सहायता की गुहार लगायी है. किसान ने कहा पैसा और मेहनत दोनों बेकार चला गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है