राकेश सिंह, चाकुलिया
पूर्वी सिंहभूम जिले के पांच रोजगार सेवकों का तबादला गृह प्रखंड से काफी दूर कर दिया गया है. इसमें गुड़ाबांदा के रोजगार सेवक भीम बेरा व उत्पल बेरा, बोड़ाम के रोजगार सेवक भगीरथ महतो, गोलमुरी सह जुगसलाई के गणेश चंद्र महतो तथा चाकुलिया के रोजगार सेवक आदित्य गिरि शामिल हैं. आदित्य गिरि को पटमदा, भीम बेरा को बोड़ाम, उत्पल बेरा को गोलमुरी सह जुगसलाई, भागीरथ महतो और गणेश चंद्र महतो को गुड़ाबांदा तबादला किया गया है. तबादला के खिलाफ सभी रोजगार सेवक हाइकोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं.गृह पंचायत में हो पदस्थापन
वर्ष 2007 में झारखंड के विशेष सचिव शैलेश कुमार सिंह ने आदेश जारी किया था कि रोजगार सेवकों को कम मानदेय के कारण यथासंभव गृह पंचायत अथवा गृह पंचायत के निकटतम पंचायत में पदस्थापित किया जाए. इसके बावजूद इन रोजगार सेवकों का तबादला गृह प्रखंड से 80 से 90 किमी दूर के प्रखंडों में कर दिया गया है.उपायुक्त ने किया अनसुना
रोजगार सेवकों ने उपायुक्त से मुलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया. बावजूद उन्हें कोई राहत नहीं मिली. रोजगार सेवक प्रखंड के सबसे निम्न कर्मचारी होने के साथ अत्यंत महत्वपूर्ण काम करते हैं, जैसे मनरेगा व आवास योजना को लाभुकों तक पहुंचाना. इनके मानदेय भी काफी कम हैं.साथ ही उन्हें स्वास्थ्य बीमा और भविष्य निधि का लाभ भी नहीं मिलता है.हाइकोर्ट से मिली थी रोजगार सेवक को न्याय: वर्ष 2015 में भी बोड़ाम के एक रोजगार सेवक सहदेव महतो का तबादला कर दिया गया था. पूछे जाने पर सहदेव महतो ने कहा कि उनका तबादला होने पर प्रखंड से लेकर राज्य तक के अधिकारियों से गुहार लगायी. लेकिन किसी ने नहीं सुनी, तो हाइकोर्ट के शरण में गये, तब जाकर न्याय मिली.
पांच महीने से मानदेय नहीं
विगत पांच महीने से चाकुलिया प्रखंड के रोजगार सेवकों को मानदेय नहीं मिला है. रोजगार सेवकों ने बताया कि उनकी माली हालत खराब हो चुकी है. परिवार में कई सदस्य बीमार हैं. पैसों के अभाव में इलाज कराना भी मुश्किल हो रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है