गालूडीह. दारीसाई स्थित राधारानी मिलन कुंज परिसर में बुधवार शाम को रंकिणी मंदिर के मुख्य पुजारी सह नवकुंज मंदिर के संस्थापक विनय दास बाबाजी की देखरेख में गंधा दिवस आयोजित हुआ. इसके साथ चतुर्थ नवकुंज मधुरास शुरू हो गया. गुरुवार से नाम आरंभ होगा, जो 21 मार्च तक चलेगा. नौ दिनों तक दिन-रात अखंड कीर्तन चलेगा. इसमें 58 कीर्तन मंडली भाग ले रही है. यहां झारखंड, बंगाल और ओडिशा से हजारों की संख्या में भक्तों का महाजुटान होगा. बुधवार की शाम गंधा दिवस पर लोगों का जुटान हुआ. हरे राम, हरे राम, राम-राम हरे हरे, हरे कृष्ण, हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे से गूंज उठा. पुजारी सुखदेव दास और संजय मुखर्जी ने मंदिर प्रांगण में पूजा कर नवकुंज कीर्तन की शुरुआत की.
आकर्षक ढंग से सजा मंदिर, नो दिनों तक शाकाहारी भोजन करेंगे क्षेत्र के लोग
नवकुंज के लिए मंदिर को काफी आकर्षक ढंग से सजाया गया है. आस-पास का माहौल भक्तिमय बना हुआ है. इस इलाके में मांस, मछली खाना और पकाना बंद हो गया. नौ-दस दिनों तक लोग शुद्ध शाकाहारी भोजन करेंगे. 22 मार्च को भोग राग व महंत विदाई के साथ नवकुंज का समापन होगा. दारीसाई में पहला नवकुंज वर्ष 1969 में हुआ था. दूसरा वर्ष 2012 में, तीसरा वर्ष 2020 में हुआ था. अब चौथा नवकुंज वर्ष 2025 में हो रहा है. आयोजन को लेकर 12 समितियां बनी हैं.मंदिर के पास मेला शुरू, सजीं सैकड़ों दुकानें
नवकुंज को लेकर बुधवार शाम से दारीसाई मंदिर के पास मैदान में विशाल मेला शुरू हुआ. मेले में तरह-तरह की दुकानें लगी हैं. बाहर से आये लोगों के लिए ठहरने की व्यवस्था है. कीर्तन मंडलियों को दारीसाई के आस पास ठहराया जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है