घाटशिला. घाटशिला शहर से सटे काशिदा में गुरुवार की सुबह जंगल से भटक कर एक हिरण पहुंच गया. शहर के आवारा कुत्तों ने हिरण को दौड़ाया, तो आस पास के ग्रामीणों ने बचा लिया. ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी. वन विभाग की टीम पहुंची. हिरण को पकड़ने के लिए विभाग के पास कोई संसाधन नहीं था. ग्रामीणों के सहयोग से हिरण को पकड़ा गया. रस्सी से बांधकर वन विभाग अपने वाहन से हिरण को जमशेदपुर स्थित टाटा जू ले गया. हिरण को चोट लगी है. वहां उसका इलाज होगा. हिरण को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ जुट गयी.
हिरण की उम्र डेढ़ से दो वर्ष के बीच है
घाटशिला के रेंजर विमद कुमार ने बताया कि हिरण की उम्र डेढ़ से दो वर्ष के बीच है. यह स्पष्ट नहीं है कि वह किस जंगल से आया है. संभावना है कि मुसाबनी या रखामाइंस के जंगल से आया हो. हिरण प्यासा था. वह पानी की तलाश में शहर की ओर आया था. ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से जंगल और पहाड़ों में सेंदरा अभियान चल रहा है. इस कारण वन्य प्राणी इधर-उधर अपने बचाव के लिए भटक रहे हैं. मौके पर मुखिया बनाव मुर्मू, पंसस ऊषा टुडू, गोपाल शर्मा, लंबोदर भकत, गोराचंद्र हांसदा, ऋषिकेश महतो, शुभाशीष भकत, निर्भय ठाकुर समेत काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.थक चुके हिरण को ग्रामीणों ने पानी पिलाया
कुत्तों से बचने की कोशिश में हिरण काफी दूर तक दौड़ता रहा. काशिदा विक्रमपुर में असित सिंह सरदार के घर के पीछे झाड़ियों में छिप गया था. इससे ग्रामीण उसे पकड़ पाये. ग्रामीणों ने घर से लाकर हिरण को पानी पिलाया. हिरण अत्यधिक थक चुका था. हिरण को इलाज के लिए वन विभाग ने कैंफर गाड़ी से जमशेदपुर स्थित टाटा ज़ूलॉजिकल पार्क भेजा गया, जहां उसका उपचार जारी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है