धालभूमगढ़. संताली भाषा आयोजन समिति ने प्लस टू हाई स्कूल नरसिंहगढ़ में हूल दिवस पर कार्यक्रम किया. छात्र-छात्राओं ने प्रभात फेरी निकाली. मुख्य अतिथि साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त संताली लेखक भोगला सोरेन व सालकू मुर्मू उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि शिक्षित समाज अपने इतिहास, संस्कृति व परंपरा को नहीं भूलता है. युवा पीढ़ी शिक्षा पर जोर दे. शिक्षित इंसान ही समाज का सही पथ प्रदर्शक हो सकता है. उन्होंने छात्र-छात्राओं को मोबाइल से दूर रहने को कहा. जब तक आप शिक्षित नहीं होंगे, तब तक अपने अधिकारों से वंचित रहेंगे. अधिकारों के बारे में जानकारी नहीं होगी.
संताल जति के उद्भव व विकास के बारे में बताया
सलखु मुर्मू ने संताल जाति के उद्भव विकास व उत्कृष्ट संस्कृति के बारे में विस्तार से जानकारी दी. सिदो-कान्हू, चांद-भैरव, फूलो-झानो के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी. मौके पर महेंद्र हांसदा, सांखो हांसदा, बुढान चंद्र मुर्मू, धनपति मुर्मू, पूर्व जिप आरती सामाद, ननी गोपाल हेंब्रम, शुरू हेंब्रम, दशरथ हांसदा, कातूराम सोरेन, पार्वती हांसदा, गुहीराम हांसदा, राय मनी मुर्मू उपस्थित थे.
झामुमो धालभूमगढ़ प्रखंड कमेटी ने किया नमन
झामुमो प्रखंड कमेटी ने हूल दिवस पर विभिन्न गांव में कार्यक्रम किये. हूल क्रांति के महानायक सिदो-कान्हु को श्रद्धांजलि दी. मौके पर बांधगुटू, तिलाबनी, कोकपाड़ा टोल गेट के पास व स्टेशन चौक पर श्रद्धांजलि दी गयी. तिलाबनी में सांस्कृतिक कार्यक्रमों हुए. मौके पर प्रखंड अध्यक्ष अर्जुन हांसदा, मुखिया विक्रम टुडू, प्रणव महतो, चैतन्य मुर्मू, प्रदीप राय, धीरेंद्र पाल, मो हुसैन, फूलमनी टुडू, नरेन सोरेन, विनोद चौबे, प्रभात मुर्मू, भांज मुर्मू, संजय टुडू, भजय टुडू, दीपक महतो, रंजीत उपाध्याय आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है