मुसाबनी.
विकास योजनाओं के लिए अवैध ढंग से पहाड़ों से पत्थर निकाले जा रहे हैं. पहाड़ को तोड़कर ट्रैक्टर से ढोकर सड़क, पुल, पुलिया के निर्माण स्थल तक पहुंचाया जाता है. सूर्याबेड़ा में बन रही सड़क के किनारे आहारकोचा समेत कई स्थानों में पहाड़ से तोड़े गये पत्थरों का ढेर लगाकर रखा गया है. वन विभाग अवैध ढंग से वन क्षेत्र में हो रहे पत्थरों के खनन पर अंकुश लगाने में विफल साबित हो रहा है. पत्थर माफिया जंगल व पहाड़ों में स्थानीय मजदूरों से अवैध ढंग से पत्थरों का उत्खनन करा रहे हैं. इससे पहाड़ों की हरियाली घट रही है. पेड़ों की कटाई हो रही है. वन विभाग जंगल की रक्षा करने में विफल है. पहाड़ों से पत्थरों को तोड़ने जंगल खत्म हो गया, जबकि लोगों को जंगल से रोजगार मिलता है. यदि समय रहते वन विभाग पत्थरों के अवैध कारोबार पर अंकुश नहीं लगता है, तो क्षेत्र के पहाड़ों के अस्तित्व पर संकट आ जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है