घाटशिला. जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो ने बीते दिनों एचसीएल-आइसीसी के सीएमडी को मऊभंडार प्लांट पुन: चालू करने के लिए डीपीआर तैयार करने के मांग की थी. इसपर एचसीएल/आइसीसी के सीएमडी ने सांसद को पत्र भेजा है. उन्होंने कहा कि एचसीएल की टीम ने उक्त संबंध में मेकान टीम के साथ प्रारंभिक चर्चा की है. मेसर्स मेकॉन ने प्रस्तावित कार्य करने की इच्छा व्यक्त की है. मेसर्स मेकॉन लिमिटेड भारत सरकार का उपक्रम है. धातुकर्म प्रक्रियाओं में विशेषज्ञता वाला एक प्रतिष्ठित परामर्शदाता संगठन है. मैसर्स मेकॉन पहले भी आइसीसी इकाई में विभिन्न परियोजनाओं से जुड़ी रही है. बताया गया कि मेसर्स मेकॉन ने प्रस्तावित कार्य करने की इच्छा व्यक्त की है. उन्होंने संयंत्र स्थल का दौरा करने की इच्छा व्यक्त की है. किसी कारण अप्रैल या मई के पहले दौरा निर्धारित करने में असमर्थ रहे. उन्होंने आइसीसी टीम को मई 2025 के अंतिम सप्ताह के दौरान मऊभंडार संयंत्र का दौरा करने की अपनी संभावनाओं के बारे में सूचित किया है.
मऊभंडार प्लांट को चालू करने के लिए पर्याप्त निवेश जरूरी
चर्चाओं के दौरान स्पष्ट किया गया कि मऊभंडार संयंत्र में अन्य घरेलू तांबा संयंत्र की तुलना में उत्पादन क्षमता काफी कम है. वर्ष 2019 में बंद होने से पहले यह संयंत्र घाटे में चल रहा था. तब से तांबा बाजार की गतिशीलता में काफी बदलाव आया है. उपचार और शोध शुल्क नकारात्मक रहे हैं. इससे वैश्विक स्तर पर बड़े पैमाने के प्रगालक संयंत्रों के लिए भी लाभ मार्जिन कम हो गया है. इसके अतिरिक्त आइसीसी में उत्पादन मऊभंडार संयंत्र के परिचालन को बनाये रखने के लिए अपर्याप्त है. संयंत्र को फिर से चालू करने के लिए पर्याप्त निवेश की आवश्यकता होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है