जादूगोड़ा.यूसिल विस्थापित मृतक आश्रित समिति के सदस्यों ने सोमवार को नौकरी की मांग को लेकर रियर गेट के समीप अपने परिवारों के साथ धरना दिया और छह घंटे तक गेट जाम रखा. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि वे पिछले आठ वर्षों से नियोजन की मांग कर रहे हैं, लेकिन यूसिल प्रबंधन उन्हें लगातार आश्वासन देकर टाल रहा है.
यूरेनियम अयस्क की ढुलाई हुई प्रभावित
धरना की सूचना पहले ही प्रभात खबर में प्रकाशित हो चुकी थी, जिससे प्रबंधन सतर्क था. आंदोलन की अगुवाई समिति के सलाहकार पिथो मांझी ने की. प्रदर्शन के कारण जादूगोड़ा माइंस से तुरामडीह, बागजाता और भाटिन माइंस तक यूरेनियम अयस्क की ढुलाई पूरी तरह से ठप हो गयी.
उपमहाप्रबंधक ने वार्ता कर जाम हटवाया
प्रबंधन की ओर से उपमहाप्रबंधक (कार्मिक) राकेश कुमार और अधिकारी एमके साहू ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों से वार्ता की. इसके बाद गेट जाम हटाया गया.समिति के अनुसार, विस्थापित मृतक आश्रितों के कुल 52 परिवार नियोजन की मांग कर रहे हैं. पिथो मांझी ने बताया कि कंपनी की ओर से आश्वासन दिया गया है कि डिटी मनोज कुमार को प्रस्ताव भेजा गया है और कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद नियोजन में तेजी लायी जाएगी.यूसिल प्रबंधन झूठा वादा कर आंदोलन को खत्म कराता है : विस्थापित
धरना में शामिल नीलमुनि मुर्मू, लुमिना लुगुन, विजय हो, लखन हांसदा, प्रिया दिग्गी, दीपक सोरेन, साजन कुकल, सोना राम हांसदा, राम साईं टुडू, राजू सिंह, श्रीकांत उरांव आदि ने आरोप लगाया कि प्रबंधन बार-बार झूठे वादे कर आंदोलन को खत्म करवाता है लेकिन उसके बाद कोई कार्रवाई नहीं होती. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही नियोजन प्रक्रिया शुरू नहीं हुई तो आंदोलन फिर से तेज किया जायेगा. वहीं, अधिकारियों ने कहा कि यूसिल केंद्र सरकार के अधीन है. इसलिए नियोजन प्रक्रिया नियमों के तहत चल रही है.
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