गालूडीह. जादूगोड़ा क्षेत्र के सीताडांगा गांव का युवक निखिल शर्मा (18) बुधवार दोपहर में अपने दोस्तों के साथ गुर्रा नदी में नहाने गया था. जहां वह गहरे पानी में डूब गया. उसकी खोज की गयी, पर अभी तक उसका पता नहीं चला. अभी गुर्रा नदी उफनायी हुई है. गुर्रा नदी गालूडीह बराज के पास आकर सुवर्णरेखा नदी में मिलती है. बुधवार को प्रशासनिक आदेश पर एनडीआरएफ की टीम को युवक की खोज में लगाया गया. दोपहर में टीम गालूडीह पहुंची और से फिर सीताडांगा गांव गयी. वहां से गालूडीह बराज तक गुर्रा और सुवर्णरेखा नदी में युवक की तलाश की. पर युवक का कुछ पता नहीं चला. टीम बोट की मदद से खोज में जुटी है. बराज के 18 में से 15 गेट बंद हैं. सिर्फ तीन गेट खुले हैं. इससे नदी में डैम के पास 92 मीटर आरएल से पानी का लेवल अधिक है. इससे युवक की खोज में परेशानी हो रही है. नदी में डूबा युवक मूल रूप से गालूडीह क्षेत्र के जोड़सा गांव का निवासी है. उनके पिता काफी दिनों से जादूगोड़ा के सीताडांगा गांव में निवास कर रहे हैं. 24 घंटे से अधिक समय हो गये पर निखिल का कुछ पता नहीं चला. परिजन इससे परेशान हैं.
पूर्वी सिंहभूम में एक माह तक एनडीआरएफ की स्थायी यूनिट रहेगी तैनात
पूर्वी सिंहभूम में आपदा प्रबंधन व राहत-बचाव कार्यों को प्रभावी ढंग से संचालित करने के उद्देश्य से अब नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (एनडीआरएफ) की 30 सदस्यीय स्थायी टीम की प्रतिनियुक्ति की गयी है. उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के आग्रह पर राज्य सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने इसकी स्वीकृति दी है. एनडीआरएफ की टीम ने गुरुवार को जादूगोड़ा में डूबे युवक की तलाश में जुटी है. इस यूनिट में 4 अधिकारी व 26 प्रशिक्षित जवान शामिल हैं. उपायुक्त ने कहा कि मानसून में बाढ़ की आशंका, नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी तथा नीचले इलाकों में संभावित जल जमाव को ध्यान में रखते हुए एनडीआरएफ की टीम की आवश्यकता महसूस की जा रही थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है