गालूडीह. संवेदकों की लापरवाही से हर घर जल योजना घाटशिला प्रखंड में बेकार साबित हो रही है. सरकार की योजना का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है. इससे ग्रामीणों में आक्रोश है. वे संवेदकों के साथ सरकार के अधिकारियों को कोस रहे हैं. घाटशिला की बड़ाखुर्शी पंचायत के छोटाखुर्शी गांव में शाखा जलमीनार का निर्माण कार्य अधूरा छोड़ दिया गया है, इससे लोगों के घरों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि करीब एक साल पहले जलमीनार का निर्माण शुरू हुआ था. उसके बाद से निर्माण कार्य बंद पड़ा है. उन्होंने बताया कि जलमीनार के निर्माण स्थल पर किसी तरह का बोर्ड नहीं लगाया गया है, जबकि बिना बोर्ड लगे किसी योजना को शुरू नहीं करने का नियम है. मालूम हो कि ग्रामीणों को कुलियाना स्वर्णरेखा नदी से पाइपलाइन के जरिये फिल्टर कर पीने का पानी उपलब्ध कराने को लेकर जलमीनार का निर्माण शुरू किया गया था. ग्रामीणों को जलमीनार से पाइपलाइन से जलापूर्ति का लाभ देने का लक्ष्य था. गड्ढा कर छोड़ देने से उसमें पानी भर गया है. इसमें बरसात में मवेशियों और बच्चों के डूबने का खतरा भी बढ़ गया है.
जलमीनार छह माह से खराब, कुआं का पानी पी रहे ग्रामीण
बहरागोड़ा प्रखंड की भूतिया पंचायत स्थित जुगीशोल, मुड़ाकाटी, दाढ़धुड़ी टोला की तीन सोलर जलमीनार छह माह से खराब हैं. ग्रामीण पेयजल संकट से जूझ रहे हैं. उक्त गांवों में लगभग 80 घर हैं, जिनमें करीब 350 लोग रहते हैं. जलमीनार खराब होने के कारण ग्रामीण पास के कुआं से पानी निकाल कर पीते हैं. ग्रामीण सोलर जलमीनार को जल्द दुरुस्त कराने की मांग कर रहे हैं. शुक्रवार को ग्रामीणों ने जलमीनार के पास प्रदर्शन किया. ग्रामीण सोमवारी सोरेन, झरी बास्के, फूलमनी हेम्ब्रम, बसंती सोरेन, सुमी सोरेन, लक्ष्मी रानी हांसदा, रोबिन हांसदा, गोपी नाथ सोरेन, रामू हेम्ब्रम, गोपाल सोरेन, अनु सोरेन आदि ने कहा पानी के लिए बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. सोलर जलमीनार की खराब होने की सूचना मुखिया विधान चंद्र मांडी को दी है. उन्होंने तत्काल संबंधित पदाधिकारी से बात कर जलमीनार दुरुस्त करने की बात कही. पदाधिकारियों ने आश्वासन दिया कि जल्द तीन सोलर जलमीनार को दुरुस्त कर दिया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है