गालूडीह.
सालबनी स्थित स्वामी विवेकानंद कॉलेज ऑफ एजुकेशन में शुक्रवार को एनएसएस के तहत विश्व जनसंख्या दिवस मनाया गया. स्वामी विवेकानंद की तस्वीर के समक्ष दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. कॉलेज के चेयरमैन डॉ सुब्रतो कुमार विश्वास, निदेशक तन्मय सिंह सोलंकी, ट्रस्टी मेंबर श्रेया विश्वास व कॉलेज की प्राचार्या डॉ शुभ्रा पालित ने जनसंख्या की बढ़ती समस्या पर प्रकाश डाला. कॉलेज की प्राध्यापक डॉ अभिषेक मुखर्जी व अपर्णा भकत ने विचार रखे.तीव्र जनसंख्या वृद्धि शिक्षा की गुणवत्ता को प्रभावित करती है
विद्यार्थियों ने भारत में जनसंख्या वृद्धि और शिक्षा व संसाधनों पर इसका प्रभाव पर पैनल डिस्कशन किया. प्रतिभागी विद्यार्थियों में कुंतल आर मुखर्जी, राकेश महाकुर, रूपाली, शिवम् कुमार एवं राज कुमार भकत थे. कहा गया कि तीव्र जनसंख्या वृद्धि, विशेष रूप से संसाधनों पर दबाव डालती है और शिक्षा की गुणवत्ता को प्रभावित करती है. शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ती आबादी के कारण स्कूलों में छात्रों की संख्या बढ़ जाती है, जिससे शिक्षकों और संसाधनों पर बोझ पड़ता है. जनसंख्या वृद्धि के कारण प्राकृतिक संसाधनों (जैसे पानी, भूमि, और ऊर्जा) की मांग बढ़ जाती है, जिससे पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. यह एक गंभीर समस्या है, जिसका समाधान जरूरी है. कार्यक्रम में एनएसएस प्रोग्राम ऑफिसर डॉ अंजू कुमारी तथा सभी विद्यार्थी एवं प्राध्यापक प्राध्यापिका उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है