मुसाबनी.
मुसाबनी नंबर एक स्थित मौसीबाड़ी में जगन्नाथ सेवा ट्रस्ट की महिला समिति की ओर से गुरुवार को भजन संध्या का आयोजन किया गया. भजन संध्या का उद्घाटन जगन्नाथ सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ जीसी सतपति ने किया. उड़िया भजन के साथ नृत्य पल्लवी नमता, मानसी कुमारी और भावना कुमारी ने प्रस्तुत किया. प्रभावती साहू व आरती दास ने भजन गाये. दीपाली मन्ना और गौरव सतपति ने जगन्नाथ चर्चा व मंत्र पाठ किया. शुभश्री दे, हिया दास, श्रेयश्री दे, प्रिया महतो, भूमिका पातर, अनन्या शर्मा, दीपाली राणा ने नृत्य प्रस्तुत किया. अनुष्का दे ने बंगाली गीत कोलकाता रसगुल्ला पर नृत्य प्रस्तुत किया. मौसमी ने हिंदी भजन प्रस्तुत किया. भजन संध्या में स्थानीय कलाकारों ने हिंदी, उड़िया, आसामी, बांग्ला, दक्षिणी भारतीय भाषा एवं संस्कृत में भजन प्रस्तुत किए. मौके पर महिला समिति के अध्यक्ष प्रतिभा साव, संगीता मंडल, कुमकुम सरकार, गीता भद्र, शंभू नाथ सतपति, वन बिहारी पटनायक आदि सदस्य उपस्थित थे.मऊभंडार जगन्नाथ मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा, 108 कलश से हुआ महास्नान
घाटशिला.
मऊभंडार के श्रीश्री जगन्नाथ मंदिर में गुरुवार को प्राण-प्रतिष्ठा समारोह का समापन श्रद्धा और भक्ति के साथ हुआ. समारोह की शुरुआत में 108 कलशों से 35 देवी-देवताओं का महास्नान हुआ. इसके बाद मंगलादि पूजन, चक्र अधिष्ठापन, ध्वज स्थापना, देव प्रतिमाओं की स्थापना और पूर्णाहुति की गयी. भक्ति भाव से ओतप्रोत माहौल में श्रद्धालुओं ने जयकारों के साथ प्राण-प्रतिष्ठा में भाग लिया. पूरे मंदिर परिसर को आकर्षक ढंग से सजाया गया था. दिनभर चले अनुष्ठान के बाद श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद का वितरण किया गया. शाम को भजन संध्या का आयोजन हुआ. इसमें स्थानीय कलाकारों और भक्तों ने भजन की प्रस्तुति दी. पूरे आयोजन का संचालन ओडिशा से आमंत्रित वेदज्ञों तपन किशोर दास, गोकुलनंद पति, मानस पाठी, रघुनाथ पति व स्थानीय विद्वानों निरंजन सतपति, मृणाल राय, अजीत घोषाल और अशोक पाठक ने संयुक्त रूप से किया. इस अवसर पर समस्त पार्श्व देवी-देवताओं की विधिवत रूप से प्राण-प्रतिष्ठा की गयी. आयोजन में जगन्नाथ सेवा समिति ट्रस्ट के सदस्य, स्थानीय जनप्रतिनिधि और घाटशिला अनुमंडल से बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है