मुसाबनी. बंद पड़े सुरदा फेस टू परियोजना के मजदूरों का सुरदा शाफ्ट थ्री में समायोजन की मांग पर सोहदा ग्राम सभा के आह्वान पर मजदूरों व उनके परिवारों का धरना बुधवार को भी जारी रहा. इससे सुरदा माइंस से उत्पादित अयस्क का परिवहन प्रभावित रहा. आंदोलनकारियों ने सुरदा माइंस में काम पर जाने से एचसीएल के अधिकारियों को रोक दिया. ठेका कंपनी आरके अर्थ प्राइवेट लिमिटेड के अधिकारी व मजदूर काम पर गये. सुरदा माइंस के उत्पादन पर हुड़का जाम आंदोलन का प्रभाव नहीं पड़ा है. अयस्क परिवहन प्रभावित हो गया है. इसका असर मुसाबनी कंसंट्रेटर संयंत्र पर पड़ने लगा है. संयंत्र में अयस्क की कमी हो गयी है. सुरदा माइंस में बैक फीलिंग का काम प्रभावित हो गया है.
सुरदा फेस टू के मजदूरों की उपेक्षा कर रहा प्रबंधन:
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे सोहदा के ग्राम प्रधान दिलीप हेंब्रम व आदिम जनजाति कल्याण समिति के जिलाध्यक्ष रानी सबरीन ने एचसीएल प्रबंधन पर सुरदा फेस टू के मजदूरों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया. कहा कि सुरदा माइंस में मजदूरों को समायोजन की मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा.प्रबंधन संग वार्ता में नहीं बन सकी सहमति :
बुधवार को एचसीएल प्रबंधन के एचआर कमलेश कुमार और अर्जुन लोहारा ने आंदोलनकारी मजदूरों से वार्ता की. इसमें कोई सहमति नहीं बन पायी. ग्रामसभा ने प्रबंधन को सोहदा फेस टू के 62 मजदूरों की सूची सौंपी है. प्रबंधन चरणबद्ध ढंग से मजदूरों को समायोजित करने की बात कर रहा है. प्रबंधन पहले चरण में 20 मजदूरों को सुरदा माइंस में समायोजित करने के लिए ठेका कंपनी को राजी किया है.
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