घाटशिला. बिहार रेजिमेंट से सेवानिवृत्त हवलदार प्रीतम कुदादा (47) का निधन कोलकाता के एक अस्पताल में हो गया. इस खबर से घाटशिला के चेंगजोड़ा और बेनशोल की फौजी बस्ती समेत क्षेत्र में शोक की लहर है. बीते 15 दिनों में दो पूर्व सैनिकों की मौत हो चुकी है. हवलदार प्रीतम कुदादा का पैतृक गांव चेंगजोड़ा है. उनके पिता नायक ए कुदादा भी भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हैं. प्रीतम कुदादा के पार्थिव शरीर को कोलकाता से सड़क मार्ग से लाया गया. पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम श्रद्धांजलि दी गयी. अंतिम विदाई समारोह में पूर्व सैनिक सेवा परिषद के सदस्य व ग्रामीण मौजूद रहे.
मौके पर शौर्य चक्र से सम्मानित वारंट अफसर (सेवानिवृत्त) मो. जावेद, एचसीएल के सिक्योरिटी हेड सुमित एक्का, कैप्टन सुगदा मरांडी, कैप्टन धानो टुडू, सूबेदार सुनाराम सोरेन, सूबेदार मेजर लुगु बास्के, नायब सूबेदार सुनील मुर्मू, पेटी ऑफिसर गौरांग पातर, एएसओ पंकज छेत्री, हवलदार रतन मुर्मू, सीआरपीएफ सब-इंस्पेक्टर एसएल दत्ता, बीएसएफ सब-इंस्पेक्टर रतन मुर्मू, वीर नारी हेमयंती मुर्मू समेत दर्जनों सैनिकों ने नम आंखों से उन्हें विदाई दी.घाटशिला में स्वतंत्रता सेनानी मार्को हो की पुण्यतिथि मनी
घाटशिला. घाटशिला झामुमो कार्यालय में स्वतंत्रता सेनानी मार्को हो की छठी पुण्यतिथि सोमवार को मनायी गयी. उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गयी. विधायक प्रतिनिधि जगदीश भकत ने कहा कि मार्को हो ने झारखंड अलग राज्य की लड़ाई में अपना जीवन समर्पित कर दिया. वे 1993 में झारखंड आर्थिक नाकाबंदी के दौरान हजारीबाग केंद्रीय कारा में एक महीने तक बंद रहे. मौके पर हीरालाल सोरेन, बाबूलाल मुर्मू, प्रणब मुखर्जी समेत लोग उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है