बरसोल/चाकुलिया. माटिहाना से चाकुलिया तक 28 किमी सड़क निर्माण में भारी अनियमितता और गड़बड़ी की शिकायत मिल रही थी. जिला परिषद सदस्य फूलमनी मुर्मू और मानुषमुड़िया पंचायत के मुखिया राम मुर्मू ने गुणवत्ता की कमी और भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए उपायुक्त अनन्य मित्तल से उच्च स्तरीय जांच की मांग की थी. इस मुद्दे को ‘प्रभात खबर’ में भी प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था. इसके बाद प्रशासन हरकत में आया. उपायुक्त के निर्देश पर एसडीओ सुनील चंद्र गुरुवार को दलबल के साथ जांच के लिए पहुंचे.
उन्होंने माटिहाना से कालापाथर तक निर्माणाधीन सड़क का निरीक्षण किया. एसडीओ सुनील चंद्र के साथ जांच टीम में बीडीओ केशव भारती, जिला अभियंता नकुल ठाकुर, कार्यपालक अभियंता अमन कुमार और बरसोल थाना प्रभारी चंदन कुमार यादव शामिल थे. जांच के दौरान सड़क पर कई स्थानों से सैंपल एकत्रित किया गया. पदाधिकारियों ने बताया कि जांच के लिए सैंपल को लैब में भेजा जायेगा.सड़क पर 17 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे :
माटिहाना-चाकुलिया सड़क निर्माण कार्य एनएनबी कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है. 17 करोड़ की लागत से 28 किमी लंबी सड़क की मरम्मत की जानी है. सड़क पूरी तरह से चुस्त और दुरुस्त है. इसके बावजूद दोबारा दुरुस्त करने के लिए करोड़ों की राशि खर्च की जा रही है. हालांकि 28 किमी लंबी इस सड़क पर चार या पांच जगह छोटे-मोटे गड्ढे उभर आये थे. इसकी मरम्मत के लिए कुछ माह पहले ही 40 लाख का टेंडर निकाल कर मरम्मत का काम भी किया गया था. दोबारा इस सड़क के निर्माण कार्य में करोड़ों की राशि खर्च किया जाना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है.
घटिया स्तर से हो रहा सड़क का निर्माण:
क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि सड़क निर्माण घटिया स्तर से किया जा रहा है. संवेदक ने योजना से संबंधित बोर्ड तक नहीं लगाया है. इससे लोगों को सड़क के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी नहीं मिल रही है. बनने के साथ सड़क कई जगहों पर टूटने लगी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है