मुसाबनी. बंद पड़ी सुरदा फेस टू के मजदूरों को सुरदा माइंस में समायोजन की मांग को लेकर सोहदा ग्रामसभा के आह्वान पर मजदूरों ने परिवार के साथ सुरदा वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर के सामने मंगलवार को धरना देकर माइंस के थ्री शाफ्ट थ्री की आर्थिक नाकेबंदी कर दी. मजदूर व उनके परिवार के हुड़का जाम आंदोलन के कारण सुरदा माइंस से उत्पादित अयस्क का परिवहन नहीं हो पाया. आंदोलनकारी ने एचसीएल के अधिकारियों को भी सुरदा माइंस जाने से रोक दिया. समाचार लिखे जाने तक सुरदा माइंस मैनेजर डीजे सोम तथा अन्य अधिकारी धरनास्थल पर बैठे थे. एचसीएल के एचआर कमलेश कुमार,अर्जुन लोहार वार्ता के लिए पहुंचे. लेकिन आंदोलनकारी एचसीएल के सक्षम पदाधिकारी के साथ वार्ता करने पर अड़े थे. समाचार लिखे जाने तक मजदूरों का हुड़का जाम आंदोलन जारी था. सुरदा फेस टू के मजदूर एवं उनके परिवार अपने हाथों में तख्तियां लिए हुए थे. जिसमें एचसीएल की मनमानी नहीं चलेगी, लोकसभा और राज्यसभा से बड़ी ग्राम सभा जैसे नारे लिखे हुए थे. मजदूरों के आंदोलन का नेतृत्व सोहदा के ग्राम प्रधान दिलीप हेंब्रम, आदिम जनजाति कल्याण समिति की जिलाध्यक्ष रानी सबरीन कर रही है. आंदोलनकारी मजदूर एवं उनके परिवार वालों के अनुसार पिछले 5 साल से सोहदा फेस टू बंद पड़ा है. इसमें कार्य करने वाले मजदूर बेरोजगार हैं. मजदूरों का परिवार बदहाली में जी रहे है. एचसीएल प्रबंधन अब तक केवल आश्वासन ही देता आ रहा है. अब आश्वासन से काम चलने वाला नहीं है. मजदूरों को सुरदा माइंस में समायोजन कर रोजगार देना होगा.
डीपीआर तैयार करने पहुंची मेकॉन की टीम, निरीक्षण किया
मऊभंडार में पांच साल से बंद पड़े एचसीएल-आइसीसी कारखाना के पुनरुद्धार को लेकर मंगलवार को मेसर्स मेकॉन लिमिटेड की तीन सदस्यीय टीम ने आइसीसी प्लांट का निरीक्षण किया. टीम ने उत्पादन क्षमता, संरचना और विभिन्न विभागों की स्थिति का आकलन किया. तय कार्यक्रम के तहत मेकॉन के सीनियर जनरल मैनेजर जयंत सरकार, उपमहाप्रबंधक कुमुद आनंद और उनके सहायक ने प्लांट का दौरा किया. इस दौरान आइसीसी कंपनी प्रबंधन के कई अधिकारी भी उनके साथ थे. वहीं आइसीसी के जनरल ऑफिस सभागार में आयोजित बैठक में कंपनी के अधिकारियों से टीम ने विस्तृत चर्चा की. बैठक में आइसीसी के सहायक महाप्रबंधक (सिविल) अनिल गुप्ता, सहायक महाप्रबंधक (केमिकल) मो जेड खान, सहायक महाप्रबंधक (इंजीनियरिंग सर्विसेज) जेपी मिश्रा, वरीय प्रबंधक (फाइनेंस) रॉबिन मंडल और सीनियर मैनेजर (अनुसंधान व विकास) संग्राम दास उपस्थित थे. मेकॉन की टीम ने स्मेल्टर, रिफाइनरी, एसिड प्लांट समेत अन्य विभागों का निरीक्षण किया. बताया गया कि एचसीएल के सीएमडी के निर्देश पर मेकॉन लिमिटेड को आइसीसी कारखाने की उत्पादकता और उत्पादन लागत की जांच के लिए नियुक्त किया गया है. सांसद और मान्यता प्राप्त आइसीसी वर्कर्स यूनियन के प्रयासों से यह पहल संभव हो पायी है. निरीक्षण के उपरांत टीम मुख्यालय को रिपोर्ट सौंपेगी, जो डीपीआर तैयार करने में भूमिका निभायेगी. ज्ञात हो कि बीते दिनों सांसद विद्युत वरण महतो ने एचसीएल-आइसीसी के सीएमडी संजीव कुमार सिंह से पत्र के माध्यम से डीपीआर तैयार करने का मांग की थी.मेकॉन लिमिटेड की टीम मंगलवार को मऊभंडार प्लांट के निरीक्षण के लिए पहुंची. यह निरीक्षण डीपीआर तैयार करने की दिशा में एक अहम कदम है. श्याम सुंदर सेठी, इकाई प्रमुख, मऊभंडार प्लांटडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है