गालूडीह .
घाटशिला की सबसे बीहड़ पंचायत झाटीझरना स्थित फूलझोर गांव के पास का पुल लगातार बारिश से मंगलवार की रात ध्वस्त हो गया. इससे झाटीझरना पंचायत के दर्जनों गांवों का प्रखंड से संपर्क कट गया. झाटीझरना जाने के लिए अब बंगाल के जुगीडीह होकर जाना पड़ रहा है. झारखंड से सीधा मार्ग अवरुद्ध हो गया है. फूलडुंगरी से झाटीझरना जाने वाली सड़क बदहाल पहले से थी. द्वारसीनी-फूलझोर सड़क का पुल ध्वस्त होने से परेशानी और बढ़ गयी है. झाटीझरना की करीब 10 हजार आबादी प्रभावित है. प्रशासन ने अबतक किसी तरह की पहल नहीं की है.स्कूली बच्चे, मरीजों और कामकाजी लोगों की परेशानी बढ़ी
जानकारी हो कि लगातार बारिश से मंगलवार की रात ढोलपाथर नाला पर बना पुल टूट गया. ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें बाजार, स्कूल, अस्पताल और जरूरी कार्यों के लिए 5 से 10 किमी अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है. बंगाल के जुगीडीह होकर आना पड़ता है. सबसे ज्यादा परेशानी स्कूली बच्चों, मरीजों और कामकाजी लोगों को हो रही है. दैनिक जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है.काशीडांगा शिव मंदिर जाना हुआ मुश्किल
ग्रामीणों ने बताया कि सावन माह में हजारों शिवभक्त इसी रास्ते से काशीडांगा प्राचीन शिव मंदिर में जलाभिषेक के लिए जाते हैं. पुल टूटने से शिवभक्तों को मंदिर तक पहुंचने में दिक्कत हो रही है. ग्रामीणों ने प्रशासन से जल्द वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था करने और नये पुल के निर्माण की मांग की है. मौके पर प्रधान हेंब्रम, बलराम किस्कू, पतिलाल हेंब्रम, दुलाल हेंब्रम, श्यामलाल सोरेन, कुंवर किस्कू, सुधीर मुंडा, उमेश हांसदा आदि उपस्थित थे.इन गांवों के लोग प्रभावित
वर्षों पहले बने पुल टूटने से श्यामनागी, भूमरू, कायराडीह, फूलझोर, लगाडेरा, बालीडीह, भोमराडीह, झाटीझरना, काशीडांगा, टेरापानी, महुलडांगा, सीताडांगा, केंदडांगा, बालियाम, बढ़डीह और सोल्लाडांगा समेत कई गांवों के लोग प्रभावित हुए हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है