चाकुलिया.
चाकुलिया प्रखंड की सिमदी पंचायत स्थित बारोडांगुवा प्राथमिक विद्यालय में पहली से पांचवीं कक्षा तक के 30 बच्चे पढ़ाई करते हैं. 28 वर्ष पहले बने जिस भवन में बच्चों की पढ़ाई हो रही है वह अब जर्जर हो चुकी है. बरसात में छत से पानी टपकता है. छत के प्लास्टर टूट कर गिर रहे हैं. इससे बच्चों की जान पर भी खतरा मंडरा रहा है. भवन में दो कमरे है जिसमें एक कार्यालय और एक बरामदा है. हाल के दिनों में हुई बारिश के कारण पूरे भवन में पानी टपकना लगातार जारी है. स्कूल में बच्चों के लिये बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है. विद्यालय के बरामदे में बच्चों को पढ़ाया जा रहा है.जर्जर भवन से बच्चों को जान का खतरा : प्रधानाचार्य
प्रभारी प्रधानाचार्य जगदीश चंद्र महतो ने बताया कि विद्यालय के पास जमीन का कोई अभाव नहीं है. जर्जर भवन बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. वहीं, छत से पानी टपकने के कारण कार्यालय में रखे दस्तावेजों को सुरक्षित रखना काफी मुश्किल हो रहा है. बरसात के मौसम में बच्चों को पढ़ने में काफी परेशानी हो रही है. उन्होंने बताया कि पूर्व में कई बार जर्जर भवन के बदले में नये भवन की मांग को लेकर बीडीओ एवं बीइइओ को मांगपत्र भी सौंपा जा चुका है.खुले में बनता है भोजन
विद्यालय परिसर में रसोईघर भी नहीं है. शिक्षकों के सहयोग से टीन का शेड बनाकर बच्चों के लिए भोजन बनाया जाता है. खुली रसोई में भोजन बनाना बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा मानकों के हिसाब से उचित नहीं है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है