गालूडीह.
घाटशिला प्रखंड के हुपूडीह गांव के पास शाखा नहर टूटने से किसानों की फसल बर्बाद हुई है. इसके बाद सुवर्णरेखा परियोजना ध्यान आया. शुक्रवार दोपहर को चांडिल डैम से मुख्य बायीं नहर में पानी छोड़ना बंद किया गया. परियोजना पदाधिकारियों ने बताया कि किसानों की मांग पर पिछले कुछ दिनों से चांडिल डैम से मुख्य बायीं नहर में 10 क्यूमेक पानी छोड़ा जा रहा था. मुख्य नहर के गुड़ाझोर के पास गेट खराब होने की जानकारी नहीं थी. मुख्य नहर का पानी गुड़ाझोर गेट बंद रहने के कारण आगे नहीं जा पाया और गुड़ाझोर से कामारीगोड़ा-जोड़सा तक बनी शाखा नहर में जाने लगा. इससे हुपूडीह के पास शाखा नहर टूट गयी.रात भर खेतों में जाता रहा पानी नुकसान
किसान पंचानन महतो, संजय महतो, राकेश महतो आदि ने बताया कि नहर टूटने से गुरुवार को रात भर खेतों में पानी जाता रहा. इससे फसल बर्बाद हो गयी. आस पास के कई किसानों ने गरमा धान और सब्जी की खेती की है. खेत में पानी भरने से फसल को नुकसान हुआ है.किसान मुआवजा की मांग कर रहे हैं. केशरपुर बाजार के पास पानी सड़क पर बह रहा था. किसानों ने मिट्टी, पत्थर व बालू से नहर के पानी को रोकने का प्रयास किया, लेकिन असफल रहे. किसानों का कहना है कि अगर समय रहते जल निकासी की व्यवस्था नहीं की गयी, तो उनकी मेहनत पर पानी फिर जायेगा.
तकनीकी खराबी व कचरा जमा होने से नहर टूटी, मरम्मत
जारी
जल संसाधन विभाग के जेई राजेश कुमार माझी ने बताया कि गुड़ाझोर गांव के पास 28 नंबर गेट तकनीकी खराबी के कारण बंद है. शाखा नहर में कई जगहों पर कचरा जमा गया है. इसके कारण नहर टूट गयी. गेट मरम्मत कार्य चल रहा है. जल्द समस्या का समाधान हो जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है