चाकुलिया.
पूर्वी सिंहभूम जिले के चाकुलिया प्रखंड स्थित बेंद गांव निवासी 70 वर्षीया पारुल साव को मृत घोषित कर पांच साल से वृद्धावस्था पेंशन बंद कर दी गयी है. 15 मई, 2020 से पारुल साव की पेंशन बंद है. वह अपनी पेंशन दोबारा शुरू करने के लिए लगातार पंचायत व प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाती रही हैं. इसका पता तब हुआ, जब पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी अपने पुराने सहयोगी बेंद गांव निवासी स्नेहांशु शेखर साव के घर पर चाय पीने पहुंचे. तब वृद्धा ने पहुंचकर आपबीती सुनायी. उन्होंने तत्काल मामले को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक्स पर ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि पिछले 5 सालों से वृद्धावस्था पेंशन बंद है. पता कराया, तो बात आयी कि सरकारी कागजात में वो मृत हैं. राशन ले रही हैं. वोट दे रही हैं. चाकुलिया प्रखंड कार्यालय के रिकॉर्ड में पारुल जीवित नहीं है. परिजन कई साल से चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन नतीजा सिफर.जांच के बाद बीडीओ करेंगी उचित कार्रवाई : उपायुक्त
पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी के ट्वीट पर पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त ने जवाब देते हुए कहा कि प्रखंड विकास पदाधिकारी को जांच के उपरांत यथाशीघ्र उचित कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है.सुधार के लिए पहले ही जिला कार्यालय भेजा जा चुका है : बीडीओ
बीडीओ आरती मुंडा ने कहा कि मामले की शिकायत उनके पास पहुंची थी. इसके बाद सुधार के लिए जिला कार्यालय भेज दिया गया है. जानकारी मिली है कि सुधार हो चुका है. हालांकि पेंशन की राशि मिलनी शुरू नहीं हुई है. मामले की जांच की जा रही है. जल्द पेंशन शुरू होगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है