बहरागोड़ा .
बहरागोड़ा प्रखंड की बोरागाड़िया पंचायत अंतर्गत पानीपोड़ा प्रावि के 65 विद्यार्थियों का भविष्य अधर में है. एकमात्र सहायक अध्यापिका गीता रानी कुंवर के भरोसे विद्यालय है. शिक्षिका को कागजात के साथ मिड डे मील भी देखना पड़ता है. शिक्षा विभाग को कई बार समस्या से अवगत कराया गया है, मगर शिक्षक पदस्थापन के लिए पहल नहीं हुई. बच्चों के भविष्य को लेकर अभिभावक चिंतित हैं.स्थानांतरण के बाद नहीं हुई नियुक्ति
ज्ञात हो कि 2 सितंबर, 2024 को विद्यालय के शिक्षक इमन दास गुप्ता का स्थानांतरण गृह जिला में हो गया. इसके बाद यहां शिक्षक का पदस्थापन नहीं हुआ. सहायक अध्यापिका गीता ने बताया कि बीइइओ को जानकारी दी गयी है. शिक्षक नहीं होने के कारण विभागीय बैठक में शामिल नहीं हो पाती हूं.एक सप्ताह में पदस्थापन नहीं हुआ, तो आंदोलन की चेतावनी
अभिभावकों का कहना है कि यहां आस-पास स्कूल नहीं हैं. यह स्कूल गांव के बीच में है. एक शिक्षक से स्कूल संभालना असंभव है. इसे लेकर अभिभावक गोल बंद होकर उग्र आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के अंदर शिक्षक का पदस्थापन नहीं किया गया, तो स्थानीय लोगों द्वारा उग्र आंदोलन होगा.
चाकुलिया खजुरिया मवि में एक शिक्षक संभाल रहे तीन-तीन कक्षाएं
चाकुलिया.
चाकुलिया के खजुरिया उमवि में शिक्षकों की कमी से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है. विद्यालय के प्रधानाचार्य शिव शंकर पोलाई ने बताया कि कुछ समय पहले तक विद्यालय में 6 शिक्षक थे. एक शिक्षिका का देहांत हो गया. दो शिक्षक सेवानिवृत्त हो गये. अब महज तीन शिक्षक रह गये हैं. विद्यालय में पहली से आठवीं कक्षा तक के 133 विद्यार्थी नामांकित हैं. एक शिक्षक एक साथ दो से तीन कक्षाओं को संचालित करते हैं. स्कूल में यदि जल्द शिक्षकों की व्यवस्था नहीं हुई, तो शिक्षा व्यवस्था चरमरा जायेगी. शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत उमवि खजुरिया में कम से कम पांच शिक्षकों की आवश्यकता है. प्रभारी प्रधानाचार्य ने बताया कि विभागीय पदाधिकारियों को शिक्षकों की कमी की जानकारी दी गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है