घाटशिला.
बीएसएफ से सेवानिवृत्त जवान सह धालभूमगढ़ के चोयरा निवासी विमल सिंह मुंडा का आमरण अनशन शनिवार को दूसरे दिन भी जारी रहा. वे छह सूत्री मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं. वर्ष 2008 में जेल में बेहतर खान-पान की मांग को लेकर 13 दिन तक आमरण अनशन कर सुर्खियों में आये विमल सिंह मुंडा ने हाल के वर्षों में कई जनमुद्दों पर अपनी आवाज बुलंद की है. विमल सिंह मुंडा ने कहा कि जब तक सांस है, जनता और न्याय के लिए लड़ता रहूंगा. उन्हें रंजीत मुंडा, सुबोध मुंडा, पूर्ण मुंडा, जयराम मुंडा, मंगल मुंडा, सोनाराम टुडू, सुबोध टुडू, प्रशांत मुंडा, अजय साह जैसे बुजुर्गों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने समर्थन दिया है. वहीं, पूर्व जिप सदस्य आरती सामद, पूर्व पंसस रत्ना मिश्रा और सपन मुंडा जैसे जनप्रतिनिधि भी समर्थन में सामने आये हैं.थाना प्रभारी के आश्वासन पर भी नहीं तोड़ा गया अनशन
शनिवार को घाटशिला थाना प्रभारी मधुसूदन दे अनशन स्थल पर पहुंचे. उन्होंने अपील की, तत्काल आमरण अनशन समाप्त करें. आपकी मांगों पर प्रशासन और पुलिस स्तर पर गंभीर पहल की जायेगी. हालांकि विमल सिंह और जादूगोड़ा के विक्रम सिंह ने संयुक्त रूप से कहा कि हम एक महीने से प्रशासन और पुलिस को जानकारी दे रहे हैं, लेकिन ठोस कार्रवाई नहीं की गयी है. जब तक वरीय प्रशासनिक अधिकारी से वार्ता नहीं होती है. हमारी छह सूत्री मांगों पर विचार नहीं किया जाता, तब तक अनशन जारी रहेगी. इस बीच शनिवार देर शाम को मूसलाधार बारिश के बावजूद भी आंदोलनकारी विमल सिंह मुंडा अनशन स्थल पर डटे रहे.
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