गालूडीह.
घाटशिला की हेंदलजुड़ी पंचायत स्थित डांगाटांड़ में पंडित रघुनाथ मुर्मू जनजातीय विवि निर्माण के लिए चिह्नित 35 एकड़ जमीन में 29 एकड़ मिल गयी है. जमीन अधिग्रहण और चिह्नितीकरण का मार्ग प्रशस्त होने पर शुक्रवार को रांची की टीम डांगाटांड़ पहुंची. जमीन का निरीक्षण किया. टीम में तकनीकी शिक्षा निदेशक सुनील कुमार, उच्च तकनीक शिक्षा अवर सचिव सुधीर, घाटशिला अनुमंडलाधिकारी सुनील चंद्र, अंचलाधिकारी निशांत अंबर उपस्थित थे. टीम ने एनएच से विवि तक पहुंचने के लिए रास्ता, जमीन पर कब्जा की स्थिति आदि का निरीक्षण किया. ट्राइबल विवि के लिए विभागीय स्तर पर चयनित जमीन से टीम संतुष्ट दिखी. टीम ने कहा कि यह ट्राइबल विवि के लिए उपयुक्त स्थान है. इससे साफ हो गया है कि ट्राइबल विश्वविद्यालय का मार्ग लगभग प्रशस्त हो चुका है.25 एकड़ में ट्राइबल विवि व 5 एकड़ में म्यूजियम बनेगा
मालूम हो कि झारखंड इंडस्ट्रियल एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (जियाडा) ने एक उद्योगपति को 6.5 एकड़ जमीन दी थी. पांच साल तक यहां कोई उद्योग नहीं लगाने पर जियाडा ने जमीन वापस ले ली है. सरकार ने उक्त जमीन को विश्वविद्यालय निर्माण के लिए दी. पहले करीब 21 एकड़ से ज्यादा सरकारी जमीन खाली पड़ी थी. चिह्नित जमीन के 5 एकड़ में ट्राइबल म्यूजियम और 25 एकड़ में विश्वविद्यालय का निर्माण होगा.
मानव संसाधन का कारखाना साबित होगा विवि
दुलाल हांसदाटीम की संतुष्टि से ग्रामीणों में खुशी है. ट्राइबल विवि के लिए संघर्षरत रहे दुलाल हांसदा ने कहा कि ट्राइबल विवि क्षेत्र के लिए मानव संसाधन का कारखाना साबित होगा. इसके लिए मंत्री रामदास सोरेन ने सबसे पहले पहल की. उनके निर्देश से ग्राम सभा में पारित हुआ. हम लोग सीएम हेमंत सोरेन से मिले और प्रस्ताव रखा. रामदास सोरेन शिक्षा मंत्री बने, तो बात को आगे बढ़ाया. आज ट्राइबल विवि जमीन पर उतर रहा है, जो मंत्री के अथक प्रयास का नतीजा है. मौके पर झामुमो प्रखंड अध्यक्ष दुर्गाचरण मुर्मू, कई गांवों के ग्राम प्रधान और ग्रामीण उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है