घाटशिला.
घाटशिला प्रखंड की बस्तियों और मुहल्लों में बांस के खंभों पर बिजली मौत बन कर दौड़ रही है. वहीं, बिजली विभाग लापरवाह बना हुआ है. ग्रामीणों में आक्रोश है. काशिदा पंचायत के बनबेड़ा गांव में बीते 7- 8 माह से बिजली बिल नहीं आ रहा है. एक जुलाई से ट्रांसफॉर्मर खराब है. चुनूडीह गांव व घाटशिला मुस्लिम बस्ती में बांस के खंभों पर बिजली के तार खींचे गये हैं. सोमवार को बनबेड़ा गांव के लालचंद मुंडा, दिलीप महतो, रवींद्र सिंह मुंडा, गोविंद महतो, रंजीत महतो, रंजन मुंडा, मोतीलाल मुंडा, रामचंद्र महतो आदि विद्युत कार्यालय पहुंचे. उन्होंने घेराव कर प्रदर्शन किया. ग्रामीणों ने कहा कि बरसात का समय है. बिजली नहीं रहने से पूरा गांव अंधेरा में है. ट्रांसफॉर्मर लगाने का मांग की. हर माह बिल देने की मांग रखी. चुनूडीह के ग्रामीण घाटशिला के विद्युत विभाग के कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन सौंपा. गांव में 20 परिवार हैं. बांस के खंभों पर बिजली दौड़ रही है. कभी भी हादसा हो सकता है. ग्रामीणों ने सीमेंट के पोल गाड़ने की मांग की. मुस्लिम बस्ती के मोहम्मद जलील के घर के निकट मुख्य सड़क से बिजली पोल है.बरसात के कारण दिक्कत है. काशिदा पंचायत के बानबेड़ा गांव में मंगलवार को ट्रांसफॉर्मर उपलब्ध हो जायेगा. हर माह विद्युत बिल के लिए पहल होगी. मुस्लिम बस्ती में बांस के खंभों पर बिजली दौड़ रही है. एक-दो दिन में 70 से 80 फीट केबुल तार उपलब्ध करा दिया जायेगा. धरमबहाल पंचायत के चुनूडीह गांव के मामले में पहल होगी. –आकाश धल
, कनीय अभियंता, घाटशिलाचुनूडीह के ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपा
चुनूडीह ग्रामीण राजू नामाता, अशोक नामाता, शिव लोहार, निरंजन सिंह, संध्या नामाता, तुलसी नामाता, मनसा कर्मकार, विमल नामाता, दूला सोरेन, मेथरा नामाता, सुरा नामाता ने कहा कि बिजली कनेक्शन दिया गया, लेकिन बांस के खंभों पर बिजली दौड़ रही है. इससे डर रहता है. बारिश में हादसे की आशंका है. विद्युत कार्यपालक अभियंता के नाम से ज्ञापन भी सौंपा गया है.मुस्लिम बस्ती में 70-80 फीट लंबा केबुल तार लगाया जाये
घाटशिला मुस्लिम बस्ती निवासी मोहम्मद जलील मोहम्मद, हाशिम, रानू अग्रवाल, शेख निषाद ने कहा कि बांस के खंभों पर बिजली दौड़ रही है. उसे हटाकर 70 से 80 फीट केबुल तार लगा दिया जाये, तो लोग सुरक्षित रहेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है