पटमदा.
मनरेगा के तहत पटमदा प्रखंड में संचालित बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत आम बागवानी को बाजार से जोड़ने पर शनिवार को पटमदा प्रखंड स्तरीय सम्मेलन का आयोजन हुआ. सम्मेलन में आम उत्पादकों (किसान), सरकारी अधिकारी, विपणन सचिव व एनजीओ प्रतिनिधियों की भागीदारी रही. पटमदा के अपर उपायुक्त भगीरथ प्रसाद ने बताया कि बीते कुछ वर्षों से पटमदा में मनरेगा के माध्यम से बड़े पैमाने पर आम की फलोत्पादन का क्रियान्वयन हुआ है, जिसके फलस्वरूप क्षेत्र में आम का उत्पादन बढ़ा है. इससे किसानों की आय में वृद्धि हुई हैं. अब आवश्यकता इस बात की है कि इन उत्पादों को उचित बाजार में उपलब्ध कराया जाए, ताकि किसानों को उचित मूल्य मिल सके. सम्मेलन में उपस्थित पटमदा बीडीओ शशि नीलिमा डुंगडुंग, सीओ डॉ राजेंद्र कुमार दास व विभिन्न एनजीओ प्रतिनिधियों ने आम विपणन को लेकर बारी बारी से विचार-विमर्श किया. इसमें स्थानीय स्तर पर संग्रहण, ग्रेडिंग, ब्रांडिंग, मूल्य संवर्धन और निर्यात की संभावनाओं पर विशेष चर्चा हुई. ऑल सीजन फार्म फ्रेश के प्रतिनिधियों ने जानकारी दी कि पटमदा में उत्पादित आम का सैंपल कोलकाता लैब भेजा जा रहा है, जिसकी गुणवत्ता रिपोर्ट के आधार पर तय कि जायेगी. वहीं सारन्या और इंटर टू सॉल्यूशन जैसे निजी साझेदारों ने 5 एकड़ में उत्पादित आम की संपूर्ण फसल को खरीदने और किसानों को उचित मूल्य देने का आश्वासन दिया. इस पहल को आम बागवानी को स्थायी आजीविका विकल्प के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है. जिला प्रशासन का प्रयास है कि कृषि आधारित योजनाओं को बाजार से जोड़कर किसानों की आमदनी दोगुना करने के लक्ष्य को ठोस प्रगति की जाए. सम्मेलन में प्रखंड के विभिन्न पंचायतों से आए किसानों ने भाग लिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है