गालूडीह.
गालूडीह थाना क्षेत्र के द नेचर लैंड में शुक्रवार को घाटशिला अनुमंडल स्तरीय टीम जांच के लिए पहुंची. टीम में एसडीओ सुनील चंद्र, एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर, एलआरडीसी नित निखिल सुरीन, सीओ निशांत अंबर, बीडीओ यूनिका शर्मा, कार्यपालक दंडाधिकारी अमन कुमार, थाना प्रभारी कुमार इंद्रेश, बिजली विभाग के एसडीओ अभिषेक कुमार, सुरेश राम, राजकुमार प्रसाद, सुरेश रजक शामिल थे. नेचर लैंड पर तालाब का स्वरूप बदलने, तालाब का एरिया कम करने, सरकारी जमीन अतिक्रमित करने आदि का आरोप है. एसडीओ ने बताया कि साल 2023 में विधानसभा स्तरीय कमेटी से जांच का आदेश आया था. यहां काम करने पर रोक लगायी गयी थी. अब फाइनल रिपोर्ट मांगी गयी है, इसलिए जांच करने पहुंचे हैं. नेचर लैंड निर्माण से संबंधित कई दस्तावेज को देखा गया. द नेचर लैंड के डायरेक्टर दीपक झा ने बताया कि नेचर लैंड में झारखंड रेरा और जिला परिषद से अनुमति के अनुरूप कार्य किया गया है. जहां तालाब था, हमने तालाब बना दिया है. जितने क्षेत्र में तालाब था, उतना में है. नाला भी है. नाला में किसी तरह का कोई छेड़छाड़ नहीं किया गया है. सीओ कार्यालय से अधिकारी आये थे. वन विभाग के साथ मिलकर सीमांकन किया गया था. नेचर लैंड 20 एकड़ जमीन में बना है. यहां कॉटेज, रेस्टोरेंट बना है. जिप सेंटर है और स्वीमिंग पुल भी है. जल्द उद्घाटन होना था, पर जांच होने से मामला अटक गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है