कोवाली. जुड़ी पंचायत के हाता स्थित माताजी आश्रम द्वारा आठ दिवसीय रामकृष्ण कथामृत उत्सव के पांचवें दिन शुक्रवार को पोड़ा भालकी में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ पंडित नित्यानंद गोस्वामी ने किया. इस अवसर पर कमलाकांति घोष ने कहा कि रामकृष्ण कथामृत, जिसे ””””श्रीश्री रामकृष्ण कथामृत”””” भी कहते हैं, कथामृत में रामकृष्ण के उपदेशों और शिक्षाओं का वर्णन है, जो आध्यात्मिक साधकों के लिए मार्गदर्शन प्रदान करते हैं. रामकृष्ण ने सभी धर्मों की एकता पर जोर दिया. कहा कि सभी धर्मों का लक्ष्य एक ही है. कथामृत में जीवन, कर्म और ज्ञान के बारे में महत्वपूर्ण प्रश्न उठाए गए. रामकृष्ण कथामृत में भगवान रामकृष्ण ने मनोवैज्ञानिक, आध्यात्मिक और रोजमर्रा की प्रासंगिकता के क्षेत्रों को उजागर किया, जो लगातार हमारे जीवन को प्रभावित करते हैं. इस अवसर पर सुनील कुमार दे, पतित पावन दास, प्रवीर दास, तड़ित मंडल आदि ने अपनी भूमिका निभायी. मौके पर मुकुल मंडल, वंदना मंडल, तपन कुमार मंडल, भास्कर दे, सावित्री गोप, मंडल, तपन मंडल आदि उपस्थित थे.
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