मुसाबनी. एचसीएल (हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड) की बंद पड़ी केंदाडीह माइंस चालू करने के लिए मंगलवार को राजस्व ग्राम बेनासोल में ग्राम प्रधान परेश मुर्मू की अध्यक्षता में ग्रामसभा हुई. खदान को पर्यावरण स्वीकृति के लिए हुई ग्रामसभा में ग्रामीणों ने कई मांगें रखीं. बेनासोल गांव के युवाओं को प्राथमिकता के आधार पर केंदाडीह माइंस में रोजगार देने व गांव में सीएसआर के तहत विकास कार्य हो. बैठक में एचसीएल के डीजीएम दीपक कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि ग्रामीणों की मांगों को पूरा करने का प्रयास किया जायेगा. ग्रामसभा का संचालन बेनासोल पंचायत की मुखिया सुकुरमनी हेंब्रम ने किया. बैठक में एचसीएल के चीफ मैनेजर एचआर कमलेश कुमार, सीनियर मैनेजर केंदाडीह माइंस सत्येंद्र कुमार, एचआर अर्जुन लोहारा, अंचल की ओर से राजस्व उप निरीक्षक शरत चंद्र बेरा, दुर्गा चरण वायपोई, पंचायत सचिव विनय कुमार नायक, वन अधिकार समिति के अध्यक्ष कासु बास्के, सचिव पिंकी मुर्मू, उप मुखिया पिंटू दास, वार्ड सदस्य अनीता देवी समेत अन्य ग्रामीण उपस्थित थे. जानकारी हो कि केंदाडीह माइंस के लीज क्षेत्र 1139 हेक्टेयर में 413 हेक्टेयर वन भूमि है. वन भूमि के लिए माइंस क्षेत्र के करीब एक दर्जन गांवों में प्रशासन के आदेश से मार्च से ग्रामसभा हो रही है. बेनासोल को छोड़ सभी राजस्व ग्रामों में ग्राम सभा हो चुकी थी. बेबेनासोल गांव में 46 हेक्टेयर वन भूमि के लिए ग्राम सभा आज संपन्न हुई. ग्राम सभा से अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलने पर केंदाडीह माइंस के संचालन के लिए स्टेज 2 में वन व पर्यावरण स्वीकृति की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.
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