गालूडीह .
रोहिणी नक्षत्र के साथ धान की खेती का समय शुरू हो चुका है. किसान रोहिणी नक्षत्र (25 मई) से 16 दिन तक शुभ मुहूर्त मानते हैं. इस अवधि में धान का बिचड़ा तैयार करने के लिए बुनाई करते हैं. 20 से 25 दिन में बिचड़ा तैयार होते ही रोपनी शुरू करते हैं. अभी धान बीज की मांग बढ़ गयी है, सरकारी स्तर पर धान बीज उपलब्ध नहीं है. महुलिया लैंपस कमेटी ने 16 क्विंटल बीज की मांग जिला भेजी है. अब तक बीज नहीं पहुंचा है. महुलिया लैंपस के अधीन महुलिया, उलदा, बड़ाकुर्शी, जोड़सा, बाघुड़िया, हेंदलजुड़ी और बनकांटी पंचायत के हजारों किसान आते हैं. किसान परेशान हैं. किसान खुले बाजार से ऊंचे दाम पर बीज खरीदने को विवश हैं.क्षेत्र में एमटीयू 7029 बीज की मांग, बाजार में कीमत अधिक
बड़ाकुर्शी के किसान प्रफुल्ल कुमार महतो, प्रशांत महतो, अमल कांत महतो, लखीचरण महतो ने बताया कि इस इलाके के अधिकतर किसान एमटीयू 7029 (सुवर्णा भी कहा जाता है) किस्म के धान बीज का उपयोग करते हैं. इसकी कीमत बाजार में काफी अधिक है.चार जून को महुलिया लैंपस में आयेगा धान का बीज
महुलिया लैंपस कर्मचारी ने बताया कि महुलिया लैंपस में हर साल 16 क्विंटल एमटीयू 7029 सुवर्णा धान बीज मंगाया जाता है. जिनका नाम ब्लॉक चेन सिस्टम में पंजीकृत है, उसी को धान बीज मिलेगा. जिसका पंजीकृत नहीं, उनको आधार कार्ड और खतियान लेकर लैंपस में पंजीकृत कराना होगा. लैंपस में चार जून तक धान का बीज आ जायेगा. आपूर्ति होते ही किसानों को सरकारी मूल्य 20 रुपये प्रति किलो के दर पर धान बीज मिलेगा.
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