मुसाबनी.
मुसाबनी टाउनशिप व आस-पास के गांवों में शनिवार की सुबह से जलापूर्ति बंद है. इससे करीब 10 हजार परिवार पानी के लिए परेशान रहे. जलापूर्ति योजना के साइट इंचार्ज संगत उपाध्याय के अनुसार, जलापूर्ति योजना की रखरखाव मद में करीब 40 लाख रुपये बकाया है. बिल जमा करने के बाद भी भुगतान नहीं हुआ. ऐसे में जलापूर्ति योजना को चलाना मुश्किल हो रहा है. बेबस होकर जलापूर्ति बंद करनी पड़ी है. मुसाबनी टाउनशिप के फ्लैट में रहने वाले परिवारों को परेशानी उठानी पड़ रही है. लोगों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने जल्द जलापूर्ति व्यवस्था चालू करने की मांग की है. सायन इंजीनियरिंग ने वर्ष 2022 में शुरू की थी योजना: ज्ञात हो कि करीब 36 करोड़ रुपये की लागत से मुसाबनी ग्रामीण जलापूर्ति योजना बनी. इससे करीब 10 हजार घरों में जलापूर्ति की जाती है. सायन इंजीनियरिंग रांची ने इसे वर्ष 2022 में चालू किया था. पांच साल तक सायन इंजीनियरिंग को योजना का संचालन करना है.कांग्रेस ने बीडीओ को सौंपा ज्ञापन सरकारी स्तर पर संचालन की मांग
मुसाबनी में अचानक जलापूर्ति बंद होने की सूचना पर प्रखंड कांग्रेस ने बीडीओ अदिति गुप्ता से मिलकर ज्ञापन सौंपा. जलापूर्ति चालू करने की मांग की. योजना का संचालन सरकारी स्तर पर करने की मांग की, ताकि लोगों को स्वच्छ पेयजल नियमित रूप से मिले. इसके साथ ही सरकारी स्तर पर मासिक शुल्क लिया जाये. समय पर इसका लेखा-जोखा भी प्रस्तुत किया जाये. कांग्रेस ने पूर्व में जलसहिया की ओर से जलापूर्ति के लिए ली गयी रकम की जांच करने की मांग की. मौके पर प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष संजय शाह, लक्ष्मण चंद्र बाग मोहम्मद इब्राहिम, एंथोनी बोस्टीन,राजेंद्र पासवान, मोहम्मद मुस्तकीम, मोहम्मद सनवर आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है