गालूडीह. घाटशिला प्रखंड की उलदा पंचायत के दिगड़ी गांव में सोलर जलमीनार का प्लेट गिरने से पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है. गांव के लोगों को गांव से दूर चापाकल से पीने का पानी लाना पड़ रहा है. ग्रामीणों ने पेयजल व स्वच्छता विभाग के पदाधिकारी से शीघ्र सोलर मीनार मरम्मत कराने की मांग की है. जानकारी के अनुसार, सोमवार को शाम को तेज-आंधी-तूफान से सोलर मीनार का एक प्लेट गिर गया. तब से चापाकल में लगा सोलर मीनार से पानी देना भी बंद हो गया है. इससे करीब 150 घरों में पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है. गांव की महिलाओं ने बताया कि गांव के पुरुष वर्ग तो अपने-अपने कार्य या मजदूरी करने चले जाते हैं, पर घर की महिलाओं को दूर से पानी लाने में काफी दिक्कत होती है. हमारे पास कोई दूसरा विकल्प नहीं है. सोलर जलमीनार का प्लेट शीघ्र बनाया जाये, ताकि पेयजल संकट दूर हो.
डुमरिया में जलमीनार खराब होने से जल संकट, विरोध
डुमरिया प्रखंड की खैरबनी पंचायत के सामरदापा बानागोड़ा टोला की जलमीनार कई माह से बंद पड़ी है. हर घर नल-जल योजना से बनी जलमीनार शोभा की वस्तु बनी हुई है. पेयजल संकट को लेकर ग्रामीणों ने विरोध जताया है. ग्रामीणों ने बतया कि बानागोड़ा टोला की जलमीनार जुलाई 2024 से खराब पड़ी है. जलमीनार को दुरुस्त करने की कई बार मांग की गयी. जलमीनार का निर्माण शौर्या इंटरप्राइजेज ने किया था. जलमीनार की क्षमता 8 हजार लीटर की है. निर्माण से संबंधित लागत राशि बोर्ड में अंकित नहीं है. मौके पर सुरेंद्रनाथ मुर्मू, मधु सोरेन, गुपिया मुर्मू, रागद सोरेन, भोगान मार्डी, बुढ़गू मुर्मू उपस्थित थे.फूलडुंगरी बस स्टैंड की जलमीनार खराब, यात्री परेशान
घाटशिला प्रखंड की धरमबहाल पंचायत अंतर्गत फूलडुंगरी बस स्टैंड की जलमीनार एक सप्ताह से खराब है. यहां आने वाले यात्री, स्थानीय लोग और स्कूली बच्चों को पीने का पानी के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बस स्टैंड के संचालक रामदास हांसदा ने बताया कि पंचायत प्रतिनिधियों से जिला प्रशासन को सूचना दी गयी है. अबतक कार्रवाई नहीं हुई. उन्होंने अपने स्तर पर जलमीनार की मरम्मत का प्रयास किया. फूलडुंगरी बस स्टैंड की जलमीनार एकमात्र पेयजल स्रोत है. बीते एक सप्ताह से स्थानीय लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है