मुसाबनी. एचसीएल (हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड) की सुरदा खदान के फोर शाफ्ट में लगातार दूसरे दिन बुधवार की सुबह की पाली में काम प्रभावित रहा. अपनी मांगों को लेकर सुरदा ग्रामसभा के ग्रामीण आंदोलित रहे. थाना प्रभारी अनुज सिंह ने सुरदा ग्राम सभा से बात की. उनकी मांगों को लेकर प्रबंधन से जल्द वार्ता कराने की बात की. थाना प्रभारी की पहल पर ग्राम सभा ने आंदोलन स्थगित करने का निर्णय लिया. इसके बाद दोपहर की पाली से फोर शाफ्ट में काम शुरू हुआ.
उत्पादन ठप रहने के ठेका कंपनी को हुआ नुकसान
सुरदा माइंस का संचालन करने वाली ठेका कंपनी आरके अर्थ रिसोर्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रोजेक्ट मैनेजर संजय कुमार साहू ने खदान में कार्यरत गोवर्धन पातर व दुलाल टुडू की सेवा समाप्ति की नोटिस भेजी है. ठेका कंपनी ने नोटिस में कहा कि दोनों को फोर शाफ्ट में अवैध और अनाधिकृत रूप से काम रोकने में संलिप्त पाया गया है. 25 मार्च को अवैध रूप से सुरदा फोर शाफ्ट में कार्य रोका गया. सुरदा फोर शाफ्ट में पूरे दिन कार्य के साथ उत्पादन ठप रहा. लगभग 200 से 230 श्रमिकों को काम करने से रोका गया. उन्हें नुकसान हुआ. आर के अर्थ को करोड़ों की हानि हुई. एचसीएल को भी नुकसान पहुंचा है.ठेका कंपनी ने ‘काम नहीं, तो वेतन नहीं’ की नोटिस लगायी
इधर, ठेका कंपनी प्रबंधन ने गेट पर फोर्स एक्ट की नोटिस लगाकर खनन कार्य पूरी तरह से प्रभावित होने तथा उत्पादन कार्य में मजदूरों को नियोजित करने में असमर्थता जताते हुए काम नहीं, तो वेतन नहीं की नोटिस 26 मार्च की सुबह की पाली से चिपका दिया.सुरदा ग्राम सभा के सोमाय टुडू ने ठेका कंपनी की नोटिस में लिखें शब्दों पर रोष प्रकट किया. इस संबंध में गुरुवार को प्रबंधन को जानकारी देते हुए आवश्यक कार्रवाई की मांग की.
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