मुसाबनी. आदिम जनजाति उत्थान समिति के जिलाध्यक्ष लोबिन सबर बुधवार को एचसीएल के डीजीएम दीपक कुमार श्रीवास्तव से मिले. जिलाध्यक्ष ने आदिम जनजाति के युवाओं को सुरदा माइंस में रोजगार देने की मांग पर ज्ञापन सौंपा. कहा गया कि आदिम जनजाति झारखंड की अत्यंत पिछड़ी जनजाति है. गरीबी, भूखमरी से विलुप्त होने के कगार पर है. आदिम जनजाति के उत्थान के लिए राज्य सरकार की ओर से लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. एचसीएल की सुरदा माइंस भारत सरकार की एक इकाई है. सुरदा माइंस के लीज क्षेत्र सोहदा गांव में आदिम जनजाति के सबर निवास करते हैं, जो अत्यंत गरीब हैं. रोजगार से वंचित हैं. आदिम जनजाति के विकास और समृद्धि के लिए सुरदा माइंस में रोजगार देकर इनका उत्थान किया जाना चाहिए. ज्ञापन में कहा गया कि आदिम जनजाति के बेरोजगार युवाओं को सुरदा माइंस में रोजगार से जोड़ने के लिए 15 दिन में आवश्यक कदम उठाया जाये, नहीं तो आदिम जनजाति उत्थान मंच आंदोलन के लिए बाध्य होगा.
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