मझिआंव.
बरडीहा प्रखंड में 11 हजार राशन लाभुकों का ई-केवाइसी नहीं हुआ है. साथ ही आदिम जनजाति लोगों के लगभग 30 सदस्यों का ई केवाईसी अभी तक नहीं हुआ है. बीडीओ सह सीओ राकेश सहाय ने बताया कि ई-केवाइसी एवं धोती साड़ी वितरण में 10 सबसे फिसड्डी डीलरों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए उपायुक्त को पत्र लिखा जा रहा है. उन्होंने बताया कि सभी डीलरों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने क्षेत्र के वैसे राशन कार्डधारियों का नाम लिखित रूप में बतायें, जिनका ई-केवाइसी अभी तक नहीं हुआ है. साथ ही कार्डधारियों का ई-केवाइसी अभी तक क्यों नहीं हुआ है, इसका स्पष्टीकरण भी मांगा गया है. उन्होंने कहा कि अगर लाभुक पलायन कर गया है या उसकी मृत्यु हो गयी है या किसी कारण वश कहीं चला गया है, वैसे लाभुकों के पिता का नाम, कार्ड संख्या व गांव सहित पूरा सूची 48 घंटे के अंदर उपलब्ध कराने का निर्देश डीलरों को दिया गया है. बीडीओ ने बताया कि प्रखंड दिवस के दिन मंगलवार को शाम चार बजे से बरडीहा प्रखंड के सभी राशन डीलरों की बैठक प्रखंड कार्यालय में बुलायी गयी है. कांडी के डीलरों से भी मांगा जवाब : कांडी प्रखंड के 21 हजार राशन कार्डधारी लाभुकों का भी ई केवाईसी नहीं हुआ है. साथ ही आदिम जनजाति लोगों के लगभग 30 सदस्यों का भी ई-केवाइसी कराना बाकी है. विभाग ने ई -केवाइसी करने का अंतिम तारीख 30 अप्रैल तय की है. कांडी के भी प्रभारी बीडीओ सह एमओ राकेश सहाय ने प्रखंड के सभी जविप्र दुकानदार को पत्र जारी कर उक्त निर्देश देते हुए कहा है कि वे कल 10 सबसे खराब ई-केवाइसी व धोती साड़ी वितरण में फिसड्डी रहने वाले डीलरों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए उपयुक्त को पत्र देंगे. बीडीओ ने सभी डीलरों से कहा है कि वह प्रखंड के सभी डीलरों के साथ मंगलवार को शाम 4:00 बजे उक्त मुद्दे पर समीक्षा बैठक करेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है