भंडरिया.
ईसाई अनुयायियों का महत्वपूर्ण पर्व गुड फ्राइडे को लेकर गढ़वा जिले के आदिवासी बहुल भंडरिया, बड़गड व रमकंडा के विभिन्न क्षेत्रों के गिरजाघरों में प्रार्थना सभा आयोजित की गयी. प्रार्थना सभा के दौरान प्रभु यीशु के सात वचनों का स्मरण कराने के बाद मसीही समुदाय ने उपवास तोड़ा. वहीं प्रार्थना सभा में पहुंचे मसीही समुदाय को जलपान कराया गया. इन क्षेत्रों के भंडरिया प्रखंड मुख्यालय स्थित सीएनआइ, कंजिया के रोमन कैथोलिक, खजूरी के प्रार्थना भवन, बेेथेल चर्च व जीइएल चर्च में पादरी ने मसीही समुदाय को उपदेश दिया. सीएनआइ चर्च भंडरिया में पादरी अलिकसीयूस गुड़िया ने कहा कि जब भी संसार में पाप का स्तर बढ़ता है, तब उसे समाप्त करने के लिए किसी पुण्य आत्मा का अवतार होता है. कहा कि गुड फ्राइडे वह दिन है जब हम यीशु मसीह के बलिदान को याद करते हैं. गुड फ्राइडे का दिन यीशु की महानता, प्रेम की उच्चतम अभिव्यक्ति, उनके बलिदान और नेक इरादों का प्रतीक है. आज कब्रगाह की होगी रंगाई पुताई, कल ईस्टर संडेशुक्रवार को गुड फ्राइडे समाप्त होने के बाद शनिवार को इस क्षेत्र के कब्रगाहों की साफ-सफाई के साथ ही इसकी रंगाई-पुताई कर इसे सजाने-संवारने का काम मसीही समुदाय करेगा. इसके बाद रविवार की अहले सुबह तीन बजे इन कब्रगाहों पर मोमबत्ती जलाकर मसीही समुदाय अपने पूर्वजों को याद कर ईस्टर संडे का त्योहार मनायेगा.उपस्थित लोग : मौके पर प्रचारक जेम्स कुजूर, राजन किस्फोटा, करण किस्फोटा, जीवन गिद्दी, आनंद मसीह बाखला, तीमुथियुस कुजूर, अमल प्रभात तिर्की, मेरुलीन बाखला, केश्वर तिर्की, नीलकांत समद, नीलम समद, प्रभु दयाल, मनाथ केरकेट्टा, किरुस समद, सुशीला केरकेट्टा व शीतल पवन तिर्की समेत अन्य लोग मौजूद थे.
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