गढ़वा.
झामुमो केंद्रीय समिति, जिला कमेटी गढ़वा एवं वरिष्ठ सदस्यों की एक बैठक बुधवार को पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के कल्याणपुर स्थित आवास पर हुई. जिला अध्यक्ष शंभू राम ने इसकी अध्यक्षता की. बैठक में चर्चा हुई कि भाषा की वजह से पलामू प्रमंडल के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को नियुक्तियों में परेशानी का सामना करना पड़ेगा. यहां की जनभावनाओं को देखते हुए पलामू प्रमंडल के युवाओं के हित में हिंदी भाषा को जोड़ने के लिए सहानुभूतिपूर्वक विचार करने के लिए मुख्यमंत्री से आग्रह करने का निर्णय लिया गया. ताकि यहां के शिक्षित बेरोजगार युवाओं को तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग में नियुक्ति हो सके. कहा गया कि भाषा के मामले में स्थानीय विधायक का मीडिया में बयान आता है कि झामुमो के नेताओं को पलामू प्रमंडल में घुसने नहीं देंगे. इसके लिए इन्हें सौ बार जन्म लेना होगा. बैठक में नेताओं ने कहा कि जिस दिन कैबिनेट में यह पारित हुआ था, उसी दिन पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने मुख्यमंत्री को मगही, भोजपुरी एवं हिंदी भाषा को जोड़ने के लिए पत्र दिया गया है. यहां के स्थानीय विधायक जिन्हें निर्वाचित हुए सात माह हो गया है. लेकिन इनके द्वारा लोगों को भ्रमित एवं ठगने का काम किया जा रहा है. स्थानीय विधायक यदि यह सोचते हैं कि इनके द्वारा पूर्व के दस वर्षों में जो धनशोधन का कार्य किया गया है और उसे जारी रखेंगे, अब यह नहीं चलने वाला है. उनकी मनमानी एवं गलत मंशा झामुमो पूरी नहीं होने देगी. पूर्व मंत्री मिथिलेश ठाकुर जनता के हितों एवं अधिकारों के लिए जीवन पर्यंत समर्पित हैं. बैठक में जिला सचिव, मो शरीफ अंसारी, तनवीर आलम खान, मनोज ठाकुर, राजकिशोर यादव, ताहिर अंसारी, श्रवण कुमार सिंह उर्फ संजय छोटू, शांति देवी, रेखा चौबे, अराधना सिंह, अंजली देवी, दीपमाला, बिरेन्द्र प्रसाद, प्रकाश चन्द्र पाठक, मनोज कुमार तिवारी, रामचन्द्र राम, सुनिल कुमार गौतम, अखिलेश कुमार जायसवाल आदि उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है