गढ़वा.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता रामनाथ तुरी के निधन पर शनिवार को पार्टी कार्यालय में शोकसभा का आयोजन किया गया. इस अवसर पर पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. रामनाथ तुरी लंबे समय से जिले की राजनीति में सक्रिय थे. चिनिया पंचायत के मुखिया पद पर भी आसीन रह चुके रामनाथ पार्टी के मजबूत स्तंभ के साथ-साथ समाज के सशक्त नेता माने जाते थे. शोकसभा की अध्यक्षता झामुमो के जिलाध्यक्ष शुभ राम ने की. उन्होंने कहा कि रामनाथ तुरी का जीवन संघर्षपूर्ण और समाजसेवा वाला था. वह झारखंड आंदोलन के एक मजबूत स्तंभ थे और हमेशा गरीबों, किसानों, दलित और शोषित-वंचित वर्ग की आवाज बनकर सामने आये. उनके निधन से पार्टी को गहरी क्षति हुई है, जिसे पूरा करना कठिन है. सभा में अन्य नेताओं ने भी उनके योगदान को याद किया और कहा कि वह सादगी, ईमानदारी और संघर्ष के प्रतीक थे. श्रद्धांजलि के बाद जिला कमेटी के सदस्यों ने चिनिया स्थित उनके पैतृक आवास पहुंचकर रामनाथ तुरी के मृत शरीर पर पार्टी का झंडा लगाकर उन्हें अंतिम विदाई दी तथा अंतिम संस्कार में शामिल हुए. उपस्थित लोग : मौके पर जिला अध्यक्ष शंभू राम, सचिव शरीफ अंसारी, केंद्रीय सदस्य जवाहर पासवान, धीरज दुबे, नितेश सिंह, अरविंद यादव, रामसागर यादव, तनवीर आलम, मनोज ठाकुर, शंभू चंद्रवंशी, सरवन सिंह खरवार, चंदन जायसवाल, चंदन पासवान, आशीष अग्रवाल, मनोज तिवारी, फुजैल अहमद, सूर्य प्रकाश सुड्डू, कामेश्वर चौधरी, आराधना सिंह, गुलाम हुसैन, रितेश तिवारी, जितेंद्र दुबे, मनीष कमलापुरी, अमरनाथ पांडेय व इसराइल खान सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है