गढ़वा.
जिले में डेंगू एवं चिकनगुनिया से बचाव व उपचार को लेकर मंगलवार को सिविल सर्जन कार्यालय के सभागार में एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया. इसमें सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केद्रों के चिकित्सा पदाधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी और मलेरिया टेक्निकल सुपरवाइजर शामिल थे. प्रशिक्षण का शुभारंभ जिला वीबीडी पदाधिकारी डॉ पुष्पा सहगल ने किया. उन्होंने बताया कि डेंगू चिकनगुनिया के लक्षणों में अचानक तेज बुखार, सर दर्द, आंख के पिछले हिस्से में दर्द, जोड़ एवं मांसपेशी में दर्द, मसूड़े से खून आना, भूख न लगना व छाती और हाथों में दाने निकलना आदि है. ऐसे लक्षण दिखने पर मरीज को तुरंत निकट के सरकारी अस्पताल से संपर्क करना चाहिए. समय पर इसकी जांच एवं उपचार से यह रोग ठीक हो जाता है. प्रशिक्षण में सभी चिकित्सा पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि अपने क्षेत्र में डेंगू व चिकनगुनिया से बचाव के लिए लोगों को जागरूक करें. उपस्थित लोग : मौके पर डॉक्टर संजय कुमार, डॉ पतन काशमुर, डॉ जेपी ठाकुर, डॉ गोरखनाथ पांडेय, डॉ पाम्पा कुमारी, डॉ दीपक कुमार यादव, डॉक्टर कुमुद रंजन, डॉ भानु प्रताप सिंह, डॉ विकास केसरी, डॉ नदिया तहसीन व डॉ नितेश भारती सहित पीरामल फाउंडेशन से कामेश कुमार व शिल्पा सिंह मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है