मझिआंव.
मझिआंव थाना क्षेत्र के टड़हे गांव में बुधवार को नाबालिग लड़की के शव जबरन जलाने तथा पुलिस के साथ दुर्व्यवहार करने, धमकी देने एवं सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने के मामले में 12 लोगों पर नामजद एवं 150 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. एसआइ संजय सिंह मुंडा ने मझिआंव थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें कहा गया है कि प्रेम-प्रसंग के कारण लड़की के चाचा नेपाली साव ने अपने पुत्रों के साथ मिलकर अपनी भतीजी की गला घोंटकर हत्या कर दी और हत्या का साक्ष्य छुपाने के लिए पुलिस के मना करने के बाद भी शव जबरन जला दिया गया. इनपर प्राथमिकी दर्ज हुई : जिन पर प्राथमिकी दर्ज की गयी उनमें लड़की के चाचा टड़हे निवासी नेपाली साव, उनके चार पुत्र सत्येंद्र साव, सुनील गुप्ता, महेंद्र गुप्ता एवं राजा गुप्ता तथा उसी गांव के स्वर्गीय शंकर शर्मा के पुत्र महंगू शर्मा, भोला शर्मा के पुत्र मनोज शर्मा, छकू साव के पुत्र शिवधारी साह, हरिप्रसाद यादव के पुत्र सुनील कुमार यादव, अछयबर साह के पुत्र भरदुल साह तथा परीक्षा पासवान के पुत्र संजय पासवान शामिल हैं. साथ ही 150 अज्ञात लोगों पर हत्या में सहयोग करने व साक्ष्य छुपाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.पुलिस के साथ किया दुर्व्यवहार : पुलिस निरीक्षकइस संबंध में पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी सुनील कुमार तिवारी ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि टड़हे गांव में एक लड़की के प्रेम-प्रसंग में उसके घर वालों ने हत्या कर उसे जलाने की तैयारी की है. इसके बाद उन्होंने अपने ऑफिसर संजय सिंह मुंडा को पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर भेजा. लेकिन वे लोग आनन-फानन में लड़की को जलाने के लिए बाकी नदी घाट ले गये थे.
पोस्टमार्टम कराने की सलाह नहीं मानी : जब पुलिस ने उन लोगों को लड़की का पोस्टमार्टम कराने की सलाह दी, तो वे लोग पुलिस के साथ झगड़ा करने लगे और धमकी देने लगे. उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर वे लड़की को नहीं ले जाने देंगे. इतना कहते हुए लड़की को जबरन जला दिया गया. इसके बाद ग्रामीणों की अधिक संख्या के कारण पुलिस वापस लौट आयी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है