गढ़वा. गढ़वा शहर के कल्याणपुर स्थित पुलिस केंद्र में मंगलवार को सरहुल पर्व मनाया गया. इसमें परंपरागत तरीके से पुलिस केंद्र स्थित सरना स्थल पर पूजा-अर्चना की गयी. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गढ़वा के पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पांडेय एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में एसडीओ संजय कुमार के अलावा एसपी अभियान राहुल देव बड़ाइक व प्रशिक्षु डीएसपी चिरंजीव मंडल शामिल हुए. कार्यक्रम की शुरुआत सरना स्थल पर पाहन ने पूजा-अर्चना से की. इसके बाद पारंपरिक मांदर व नगाड़ा की धुन पर झूमर नृत्य किया गया. पुलिस अधीक्षक एवं एसडीओ ने भी मांदर व नगाड़ा बजाया और मांदर के साथ नृत्य किया. मौके पर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आदिवासियों के लिए धरती ही ईश्वर है. सरहुल पर्व हमें धरती के संरक्षण यानी पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है. उन्होंने कहा कि यदि धरती को बचाना है, तो जंगल-पहाड़ व जीव-जंतुओं की रक्षा करना भी अनिवार्य है. प्रकृति प्रेम, सामाजिक एकता और नये वर्ष के स्वागत का प्रतीक : एसडीओ संजय कुमार ने कहा कि सरहुल प्रकृति से जुड़ने का त्योहार है. यह पर्व लोक जीवन और प्रकृति के बीच के अटूट संबंध को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि प्रकृति बचेगा, तब ही हमलोग बचेंगे. सरहुल पर्व आदिवासी समाज के लिए प्रकृति प्रेम, सामाजिक एकता और नये वर्ष के स्वागत का प्रतीक माना जाता है. इधर सरहुल महोत्सव को लेकर शहर में जुलूस निकाला गया. इसमें शामिल लोगों ने पारंपरिक वेशभूषा धारण कर लोकगीत गाते हुए शहर का भ्रमण किया. उपस्थित लोग : मौके पर गढ़वा थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर बृज कुमार, सार्जेंट मेजर संदीप कुमार, सार्जेंट सतपाल सिंह, सार्जेंट पंकज भारती, पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष रोहित कुमार चौबे, पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि कुमार कुशवाहा, उपाध्यक्ष राजू कुमार चंद्रवंशी, सचिव धीरेंद्र कुमार, रंजीत कुमार राय, श्री प्रकाश यादव, दीपक सिंह, दिनेश कुमार व विभूति कुमार समेत कई पुलिसकर्मी उपस्थित थे.
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