प्रभाष मिश्रा, गढ़वा बरसात के मौसम में सर्पदंश (सांप काटने) के मामले तेजी से बढ़े हैं. पिछले 38 दिनों में गढ़वा सदर अस्पताल में 85 मरीजों को सर्पदंश के बाद भर्ती कराया गया. प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 1 अप्रैल से 31 मई 2025 तक 93 मरीजों ने इलाज के लिए अस्पताल में शरण ली थी. इस दौरान कुछ मौतों की भी खबर है, हालांकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यदि समय पर अस्पताल पहुंचा जाये, तो जान बचायी जा सकती है. डॉक्टरों ने बताया कि समय पर इलाज से खतरा काफी हद तक टाला जा सकता है। जून और जुलाई में बढ़े मामले गढ़वा सदर अस्पताल के आंकड़ों के अनुसार, जून माह में 65 मरीज, जबकि जुलाई के पहले सप्ताह में ही 20 मरीज सर्पदंश के शिकार होकर अस्पताल पहुंचे. ऐसे में लोगों से सचेत और सावधान रहने की अपील की जा रही है. अंधविश्वास न पालें, समय पर अस्पताल पहुंचें : विशेषज्ञ जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डॉ. संतोष कुमार मिश्रा ने बताया कि अस्पतालों में एंटी वेनम इंजेक्शन की समुचित व्यवस्था है। जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में दवा उपलब्ध है। उन्होंने कहा, “लोग इलाज के लिए झाड़-फूंक या ओझा-गुनी के चक्कर में न पड़ें, तत्काल अस्पताल जाएं। सभी सीएचसी को जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है. पिपरा कला में युवक को डसा सांप, अस्पताल में भर्ती गढ़वा थाना क्षेत्र के पिपरा कला गांव के रहने वाले सनी कुमार दुबे को सोमवार को सांप ने डंस लिया. परिजनों ने तुरंत उसे गढ़वा सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के बाद उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। सनी कुमार शाम के समय टहलने निकले थे, इसी दौरान उन्हें सांप ने डंस लिया। प्रभात सुझाव रात में सोते मच्छरदानी का प्रयोग करें सर्पदंश के बाद बिना समय गंवाए नजदीकी अस्पताल जाएं खेत या झाड़ी में जाते समय जूते पहनें.
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