धुरकी.
धुरकी प्रखंड मुख्यालय से महज 100 मीटर की दूरी पर कर्पूरी चौपाल के समीप सोलर जलमीनार लगायी गयी, जो करीब दो वर्षों से तकनीकी खराबी के कारण बंद है. इस कारण कर्पूरी चौपाल पर ठहरने वाले राहगीरों को पेयजल की समस्या हो रही है. वहीं आसपास के दुकानदारों को भी पानी के लिए भटकना पड़ रहा है. इधर कपूरी चौपाल के निकट पेयजल स्वच्छता विभाग की ओर से दो चापाकल लगाये गये हैं. लेकिन इन दोनों से काफी मशक्कत के बाद पानी निकालता है. उधर प्रखंड मुख्यालय के सामने बस पड़ाव के पास पंचायत मद से एक चापाकल लगाया गया है. यह भी मरम्मत के अभाव में बेकार है. इस वजह से यात्रियों को पानी के लिए परेशानी झेलनी पड़ रही है. वहीं आसपास रहनेवाले लोगों को भी पानी के लिए दिक्कत होने लगी है. दुकानदारों को भी परेशानी : कर्पूरी चौपाल के नजदीक के स्थानीय दुकानदार अयूब अंसारी, संजय सिंह, प्रमोद चंद्रवंशी व नुरे आलम आदि लोगों ने बताया कि चापाकल का जलस्तर नीचे चले जाने के कारण बड़ी मुश्किल से पानी निकल रहा है. पानी की परेशानी के कारण दिनचर्या प्रभावित हो रही है. जैसे-तैसे पानी की व्यवस्था कर इस भीषण गर्मी में वे लोग अपना काम चला रहे हैं. ठेले व मड़ई वाले कुछ दुकानदारों ने तो पानी के अभाव के कारण अपनी दुकानें बंद कर दी है.चापाकल व जलमीनार की मरम्मत होगी : इस संबंध में पूछे जाने पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कनीय अभियंता अजीत रंजन ने बताया कि पंचायत स्तर पर बंद पड़े चापाकल की सूची पंचायत स्तर से मांगी गयी है. सूची उपलब्ध होने पर चापाकल की मरम्मत करा दी जायेगी. वहीं जलमीनार बंद क्यों है, इसकी जांच करा कर मरम्मत की जायेगी.
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