मझिआंव.
मझिआंव प्रखंड के कामत गांव में स्थित मदरसा मंजूरुल उल्लम कामत परिसर में सोमवार की देर शाम 33 वां सालाना उर्स का आयोजन किया गया. इस अवसर पर हजरत मौलाना सैयद मंजूरुल हक की याद में हर वर्ष की तरह मुशायरा कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम पूरी रात चला. उर्स में शामिल होने के लिए कई प्रदेश एवं जिले से लोग बड़ी संख्या में पहुंचे थे. झारखंड के गिरिडीह से आये मौलाना आसिफ इकबाल ने कहा कि अगर हुकूमत इजाजत दे दे, तो भारत के मुसलमान लाहौर में तिरंगा फहरा देंगे. कार्यक्रम में झारखंड के अलावे उत्तर प्रदेश के बरेली, मध्य प्रदेश के जबलपुर, झारखंड के गिरिडीह, छत्तीसगढ़ सहित कई शहरों से लोग पहुंचे थे. इधर विभिन्न प्रदेशों से पधारे मौलाना मुफ्ती अहमद राजा अंसारी, आसिफ इकबाल, गुलाम नूरे मुजस्सम, हाजी इकबाल अहमद सिद्दीकी, कामत मदरसा के प्रिंसिपल कारी सफीर साहब व एलाउंसर हाफिज तबीब आलम सहित अन्य मौलाना व मुशायरों ने एक से बढ़कर एक तकरीर पेश की. इधर उर्स के मौके पर मदरसा को दुल्हन की तरह सजाया गया था. मदरसा कमेटी की ओर से सभी मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं अन्य अतिथियों के लिए विशेष जलपान की व्यवस्था की गयी थी. इनका रहा योगदान : कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कामत मदरसा के मौलाना हाजी इकबाल अहमद सिद्दीकी, प्रिंसिपल सदारत कारी सफीर साहब, इबरार खां, मोहम्मद अख्तर खां, असदुद्दीन खान, ताहिर खान, आफताब अहमद, हादी खान, अहमद खान, मोहम्मद आसिफ खान, आमिर खान, निसार खान, कलीम खान व महताब आलम के अलावे कमेटी के अन्य लोगों का सराहनीय योगदान रहा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है