मझिआंव.
निबंधन कार्यालय की गलती के कारण मझिआंव अंचल कार्यालय में म्यूटेशन के लिए प्राप्त हो रहे ऑनलाइन आवेदनों को खारिज किया जा रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार जमीन की रजिस्ट्री के बाद म्यूटेशन के लिए सीधे रजिस्ट्री ऑफिस से केवाला अंचल कार्यालय को ऑनलाइन भेज दिया जाता है. इसमे गांव का नाम गलत अंकित किये जाने के कारण म्यूटेशन के आवेदन अस्वीकृत हो जा रहे हैं. निबंधन कार्यालय के इस गलती का खामियाजा अंचल क्षेत्र में जमीन खरीदने वाले लोग भुगत रहे हैं. इस संबंध में अंचल निरीक्षक धनलाल उरांव ने बताया कि ऐसे मामले मुख्यतः नगर पंचायत के शहरी क्षेत्र के गांव के आ रहे हैं. इनमें चंद्री, दुबेतहले, मझिआंव कला, मझिआंव खुर्द, पृथ्वीचक, रेसुआ, अखोरीतहले व मझगांवा गांव शामिल हैं. धनलाल उरांव ने बताया कि ऐसे मामले पिछले दो वर्षों से आ रहे हैं. पहले ऑनलाइन प्राप्त हो रहे गलत ग्राम संबंधी म्यूटेशन केस की संख्या बहुत कम थी, पर वर्तमान में नगर पंचायत के अधिकतम म्यूटेशन के आवेदन गलत प्राप्त हो रहे हैं. रजिस्ट्री के बाद निबंधन कार्यालय से म्यूटेशन के लिए आवेदन संबंधित हल्का को ऑनलाइन भेजा जा रहा है. एएसे में आवेदन में गलत गांव इंट्री के सुधार के लिए आवेदक को भूमि सुधार उप समाहर्ता के न्यायालय में अपील दायर करना होता है. त्रुटि में सुधार नहीं हो रहे : गौरतलब है कि ऑनलाइन अपील के बाद भी गलत गांव एवं अन्य त्रुटि में सुधार नहीं हो पा रहा है. इस कारण वित्तीय वर्ष 2025-26 में ही दो माह के भीतर ऐसे मामले की संख्या 28 हो चुकी है. इन मामलों में विभाग द्वारा कार्रवाई नहीं होने से लोगों में रोष व्याप्त है.निबंधन पदाधिकारी को बताया गया है: सीओइस संबंध में अंचल अधिकारी प्रमोद कुमार के द्वारा बताया कि मामला संज्ञान में आने के तुरंत बाद इस पर कार्रवाई करते हुए निबंधन पदाधिकारी एवं अन्य वरीय पदाधिकारियों को इसकी सूचना दी गयी है.
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