गढ़वा.
शनिवार शाम को अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार ने सदर अस्पताल का औचक भ्रमण किया. वहां उन्होंने रोस्टर के अनुरूप चिकित्सकों की उपस्थिति के अलावा विभिन्न विषयों को लेकर अस्पताल उपाधीक्षक के साथ बैठक की. उन्होंने सदर अस्पताल में आउटसोर्सिंग व्यवस्था के तहत चलाये जा रहे डायलिसिस सेंटर का निरीक्षण कर वहां मौजूद टेक्नीशियनों से दैनंदिन की जरूरतों और समस्याओं के बारे में जाना. तदनुरूप डायलिसिस केंद्र में नेफ्रोलॉजिस्ट की उपलब्धता एवं अन्य जरूरी सकारात्मक उपायों के लिए पहल करने के लिए उपाधीक्षक से बात की. टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा की : इसके बाद एसडीओ जिला यक्ष्मा केंद्र पहुंचे तथा वहां संबंधित चिकित्सकों एवं विशेषज्ञों के साथ अनुमंडल क्षेत्र में टीबी उन्मूलन की दिशा में किया जा रहे प्रयासों की समीक्षा की. साथ ही टीबी मरीजों को गोद लेने के लिए संचालित कार्यक्रम निक्षय मित्र में हुई अब तक की प्रगति की जानकारी ली. इस क्रम में उन्होंने यक्ष्मा केंद्र के सभी पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों से गढ़वा को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने की अपील की.संपन्न लोग टीबी मरीजों को गोद लें : एसडीओ ने शहर के सक्रिय सामाजिक संगठनों एवं स्वैच्छिक समाजसेवियों से अनुरोध किया कि वे टीबी मरीजों को पौष्टिक आहार देने का खर्च वहन करने के लिए स्वत: आगे आयें. उन्होंने बताया कि एक टीबी मरीज के पौष्टिक आहार पर करीब 700 रु का खर्च आता है. लोग या संगठन यथाशक्ति एक या अधिक टीबी मरीजों को अपने स्तर से आहार उपलब्ध करा सकते हैं. ऐसा सहयोग करने वाले लोगों को निक्षय मित्र का प्रमाण पत्र दिया जायेगा. उपस्थित लोग : बैठक के दौरान जिला यक्ष्मा पदाधिकारी श्री राम सुंदर सिंह, जिला कार्यक्रम समन्वयक पूरुषेश्वर मिश्रा, सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर सतीश कुमार, टीबी हेल्थ विजिटर विनोद कुमार द्विवेदी, सीनियर डॉट प्लस सुपरवाइजर जितेंद्र कुमार एवं फील्ड ऑफिसर मौजूद थे.
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