रमना. प्रखंड के सबसे दूरस्थ पंचायत हारादाग कला के ग्रामीण भ्रष्टाचार के खिलाफ सक्रिय हैं. इन्होंने अब तक पांच बार एसीबी से आरोपियों की शिकायत की है. इस दौरान स्थानीय मुखिया व खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी से लेकर डीएसपी के रीडर तक जेल भेजवाने में ग्रामीणों को सफलता मिली है. सबसे पहले वर्ष 2016 में शिवशंकर राम ने अपने पिता निलंबित डीलर दुकानदार नागेश्वर राम को बहाल कराने के लिए पैसों की मांग किये जाने का आरोप लगाते हुए तात्कालिक प्रखंड खाद्य आपूर्ति पदाधिकारी विद्याभूषण राम के विरुद्ध एसीबी से शिकायत की थी. तब एसीबी ने इसपर कारवाई करते हुए प्रखंड खाद्य आपूर्ति को गिरफ्तार कर लिया था. इसी तरह हरादाग खुर्द निवासी प्रमोद पासवान ने रोजगार सेवक दिग्विजय दुबे के विरुद्ध एसीबी से शिकायत की थी. इसपर भी एसीबी ने कारवाई की थी. इसके बाद तीसरी बार हारादाग कला निवासी अंतू राम ने नगर उंटारी के डीएसपी के रीडर अनिल कुमार सिंह के खिलाफ 25 हजार रु मांगने का आरोप लगाते हुए एसीबी से शिकायत की थी. इसमें बड़ी करवाई करते हुए एसीबी ने अनिल कुमार सिंह को रंगे हाथों गिरफ्तार किया था. इसी तरह चौथी बड़ी घटना फरवरी 2023 में हुई. तब हारादाग कला निवासी ने अपनी मुखिया प्रमिला देवी के विरुद्ध मनरेगा योजना में अवैध रूप से पैसा मांगने का आरोप लगाते हुए एसीबी से कार्रवाई की मांग की थी. इस आलोक में एसीबी की टीम ने पंचायत भवन से मुखिया प्रमिला देवी व उनके पति बृजलाल विश्वकर्मा को रंगे हाथ गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेजा था. वही अब शिवशंकर राम ने अपने मां देवंती देवी के डोभा निर्माण कार्य में 12 हजार रु मांगने का आरोप लगाते हुए एसीबी से कार्रवाई का आग्रह किया था. इसके बाद मंगलवार को प्रभु कुमार को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया. इस तरह हारादाग गांव के लोग भ्रष्टाचार के खिलाफ काफी मुखर रहे हैं. वे इसके खिलाफ एंटी करप्शन ब्यूरो का अच्छा उपयोग कर रहे हैं.
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